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आईपीओ से पहले की तैयारी, प्रैक्टो की नजर 1 अरब डॉलर के जीएमवी पर

जून 2026 तक प्रैक्टो का कुल जीएमवी 1 अरब डॉलर की दर तक पहुंचने की उम्मीद है और अमेरिका भारत के बाहर सबसे बड़े वृद्धि के बाजार के रूप में उभर रहा है

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पीरज़ादा अबरार   
Last Updated- December 22, 2025 | 10:07 PM IST

डिजिटल हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म प्रैक्टो अगले साल जून तक 1 अरब डॉलर के सालाना सकल व्यापारिक मूल्य (जीएमवी) को लक्ष्य कर रहा है। उसे अपने बढ़ते अमेरिकी परिचालन से 25 करोड़ डॉलर से 30 करोड़ डॉलर के योगदान की उम्मीद है। कंपनी की योजनाओं से परिचित सूत्रों ने यह जानकारी दी है।

यह लक्ष्य पिछले वित्त वर्ष में कंपनी द्वारा अर्जित लगभग 40 करोड़ डॉलर के जीएमवी की तुलना में बड़ी उछाल है, जिसे उसकी मार्केटप्लेस आधारित हेल्थकेयर सेवाओं और बढ़ते अंतरराष्ट्रीय विस्तार की दमदार रफ्तार के बल पर तय किया गया है। कंपनी को उम्मीद है कि इन पहल से अगले साल के आखिर तक के संभावित आरं​भिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में मदद मिलेगी।

सूत्र ने कहा, ‘जून 2026 तक प्रैक्टो का कुल जीएमवी 1 अरब डॉलर की दर तक पहुंचने की उम्मीद है और अमेरिका भारत के बाहर सबसे बड़े वृद्धि के बाजार के रूप में उभर रहा है।’

भारत में 5,00,000 डॉक्टरों वाले अपने बड़े नेटवर्क के अलावा प्रैक्टो ने अमेरिका में भी विभिन्न स्पेशियलिटी के 5,00,000 से अधिक डॉक्टरों को अपने साथ जोड़ा है। उसने डेंटल केयर तथा मानसिक स्वास्थ्य जैसी अ​धिक वृ​द्धि वाली श्रे​णियों में तेजी से विस्तार करते हुए अपने आपूर्ति आधार को मजबूत किया है। जहां अमेरिका उसके अंतरराष्ट्रीय विस्तार का मुख्य आधार बना हुआ है, वहीं प्रैक्टो यूएई सहित अन्य बाजारों में भी लगातार पैर फैला रहा है।

सूत्रों के अनुसार उम्मीद है कि कंपनी अगले 6 महीनों में विलय-अ​धिग्रहण के जरिये वृद्धि की योजना शुरू करेगी, जिसमें अंतरराष्ट्रीय अधिग्रहण भी शामिल है। इस नियोजित लेनदेन का लक्ष्य अपनी वैश्विक मौजूदगी बढ़ाना तथा अपने एकीकृत उपभोक्ता और प्रदाता मार्केटप्लेस स्टैक का विस्तार करना है।

First Published : December 22, 2025 | 9:57 PM IST