इंडिगो की उड़ानों के अचानक रद्द होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और पूछताछ के स्तर में तेजी दिख रही है। ऐसे में ऑनलाइन ट्रैवल परिचालन कंपनियां जैसे कि मेकमाईट्रिप, इजमाईट्रिप और क्लियरट्रिप ने यात्रियों की मदद के लिए कमर कस ली है। इन कंपनियों ने अपने ग्राहक सहायता स्तर को बढ़ा दिया है ताकि यात्रियों को रिफंड करने और टिकट को रीशेड्यूल करने में आसानी हो।
मेकमाईट्रिप ने तो बुधवार शाम तक ही 150 करोड़ रुपये से ज्यादा का रिफंड यात्रियों के खाते में वापस भेज दिया और इस तरह बुधवार शाम कैंसिल हुई कुल 96 फीसदी टिकटों के रिफंड को कवर किया गया है। नैस्डैक में सूचीबद्ध कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि इंडिगो के साथ मिलकर रिफंड की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जा रही है।
वहीं दूसरी ओर, इक्सिगो ने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल करते हुए ‘तारा’ नाम के एक चैटबॉट को मैदान में उतारा है। ये चैटबॉट यात्रियों को रिफंड, टिकट कैंसिल होने की स्थिति में और यात्रा के दूसरे विकल्प ढूंढने में मदद कर रहा है। इस बीच ईजमाईट्रिप ने भी सीधे ग्राहकों से संपर्क किया और विमानन कंपनी के साथ मिलकर टिकटों को तेजी से रीशेड्यूल करने और रिफंड जल्द देने की प्रक्रिया में जुटा रहा और ग्राहकों की तरफ से स्पष्टीकरण भी दिया है।
मेकमाईट्रिप के प्रवक्ता ने कहा, ‘हमारी पहली प्राथमिकता यात्रियों की मदद करना है और इसके लिए तकनीकी और मानवीय सहयोग, दोनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। कॉल सेंटर पर काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या भी 2.5 गुना बढ़ा दी गई है। कैसिंग के ताजा मामले आने के साथ ही उनका निपटान करने की दर बढ़ रही है। हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं और सभी प्रभावित यात्रियों को समय पर समर्थन देना सुनिश्चित कर रहे हैं।’
इक्सिगो के समूह मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आलोक वाजपेयी ने बताया कि उनकी कंपनी इस अनिश्चितता के दौर में एआई की मदद से तेजी से यात्रियों की समस्याओं का समाधान कर पा रही है। वाजपेयी ने कहा कि इक्सिगो ने 3 दिसंबर से 8 दिसंबर के बीच इंडिगो की उड़ान रद्द होने वाले सभी यात्रियों को सुविधा शुल्क और निश्चित शुल्क का पूरा रिफंड करने का फैसला किया है। ये दिक्कतें ऐसे समय पर आई हैं, जब क्रिसमस, नए साल और सर्दियों की छुट्टियों की वजह से पर्यटन उद्योग में सबसे ज्यादा कारोबार होता है।
आधिकारिक बयान में इक्सिगो ने कहा है कि उड़ानों के रद्द होने से हवाई किराये में और बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि दूसरी विमानन कंपनियां इतनी जल्दी इस कमी को पूरा नहीं कर पाएंगी। गुड़गांव मुख्यालय वाली कंपनी का कहना है कि कुछ यात्री बढ़ते घरेलू हवाई किराये की वजह से वापस ट्रेन और बस से यात्रा करने का विकल्प चुन रहे हैं।
इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय यात्रा भी बढ़ रही है क्योंकि विदेश के कई जगहों के टिकट घरेलू मार्ग के उड़ानों से सस्ते मिल रहे हैं। क्लियरट्रिप के एक प्रवक्ता ने कहा कि हालांकि ये दिक्कत अप्रत्याशित है लेकिन कंपनी हर साल दिसंबर-जनवरी में होने वाली ऐसी परेशानियों से निपटने के लिए अतिरिक्त क्षमता बढ़ाकर तैयार रहती है।