सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) ओडिशा के पारादीप में एक पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स बनाने पर 61,077 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। यह किसी एक स्थान पर कंपनी का सबसे बड़ा निवेश होगा।
आईओसी ने बुधवार को बयान में कहा कि उसके निदेशक मंडल ने पारादीप में 61,077 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पेट्रोरसायन परिसर (पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स) बनाने के प्रस्ताव पर पहले चरण की मंजूरी दे दी है।
इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि पारादीप पेट्रोरसायन परिसर की स्थापना की परियोजना किसी एक स्थान पर उसका सबसे बड़ा निवेश होगा। हालांकि, कंपनी ने इस परियोजना के पूरा होने की कोई समयसीमा नहीं बताई।
यह परियोजना आईओसी की कायाकल्प योजना का हिस्सा है। इसके तहत कंपनी अपनी पेट्रोकेमिकल गहनता बढ़ाकर कच्चे तेल की कीमतों में आने वाले उतार-चढ़ाव से खुद को सुरक्षित करना चाहती है।
पेट्रोलियम गहनता का आशय कच्चे तेल के उस प्रतिशत से है जिसे शोधित कर सीधे रसायन में बदल दिया जाता है। आमतौर पर कच्चे तेल का शोधन कर पेट्रोल, डीजल एवं अन्य ईंधन बनाए जाते हैं। लेकिन कच्चे तेल को सीधे पेट्रोरसायन में भी तब्दील किया जा सकता है जिनका इस्तेमाल प्लास्टिक एवं अन्य सामग्रियां बनाने में होता है।
फिलहाल इंडियन ऑयल की पेट्रोरसायन गहनता पांच-छह प्रतिशत ही है लेकिन कंपनी इसे 10-12 प्रतिशत तक पहुंचाने की मंशा रखती है।
IOC के चेयरमैन श्रीकांत माधव वैद्य ने पिछले महीने कहा था कि कंपनी की पानीपत और पारादीप स्थित नई रिफाइनरी की पेट्रोकेमिकल सघनता 15-20 प्रतिशत तक है और उसे 25 प्रतिशत तक ले जाने की योजना है।