दीपक कोछड़ के स्वामित्व वाली कंपनी और आईसीआईसीआई बैंक से जुड़े कर्ज घोटाले में चर्चा में रही न्यूपावर रीन्यूएबल प्राइवेट लिमिटेड ने इस साल मार्च के समाप्त वित्त वर्ष में बैंक कर्ज के भुगतान में चूक की है। कंपनी ने मूलधन के भुगतान में चूक की है और आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र बिजली वितरण कंपनी लिमिटेड से बकाया न मिलने के कारण भुगतान मेंं चूक हुई।
बैंकिंग सूत्र ने कहा, आईसीआईसीआई बैंक की तरफ से वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज को दिए गए 1,865 करोड़ रुपये के कर्ज में 64 करोड़ रुपये पाने की आरोपी न्यूपावर के पास 31 दिसंबर, 2020 को महज 37 लाख रुपये नकद थे जबकि उसे 13.63 करोड़ रुपये के कर्ज पर ब्याज चुकाना था। भारतीय लेनदारों का कंपनी पर 180 करोड़ रुपये बकाया है।
न्यूपावर के प्रवर्तक दीपक कोछड़ की पत्नी चंदा कोछड़ बैंक की प्रबंध निदेशक व सीईओ थी, जब आईसीआईसीआई बैंक ने उदारता से वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज को कर्ज दिया था। वीडियोकॉन ने इस कर्ज के भुगतान में चूक की और उसे कर्ज समाधान के लिए एनसीएलटी भेजा गया। प्रवर्तन निदेशालय की जांच में रिश्वत के सबूत सामने आए और दीपक कोछड़ को हाल में बंबई उच्च न्यायालय से जमानत मिली है। सर्वोच्च न्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश बी एन श्रीकृष्ण की तरफ से की गई जांच के बाद चंदा कोछड़ को आईसीआईसीआई बैंंक के निकाल दिया गया।
सूत्रों ने कहा कि भारतीय लेनदारों ने कंपनी को अतिरिक्त कार्यशील पूंजी के लिए कर्ज दिया था, ताकि वह अपनी नकदी प्रवाह को पूरा कर सके। पिछले साल दिसंबर में एमएसईडीसी पर कंपनी का 27.46 करोड़ रुपये बकाया था। कंपनी पवन ऊर्जा के जरिए 45 मेगावॉट बिजली का उत्पादन करती है और उसे महाराष्ट्र सरकार को बेचती है।