भारत की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक एनटीपीसी लिमिटेड ने बिजली खरीदार हासिल करने में विफल रहने वाली नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए अनूठा हल पेश किया है। एनटीपीसी लिमिटेड नवीकरणीय ऊर्जा कार्यान्वयन एजेंसी (आरईआईए) भी है।
एनटीपीसी ने नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना डेवलपर्स को प्रस्ताव दिया है कि वह उन परियोजनाओं से बिजली खरीदेगी, जिनके लिए एनटीपीसी ने आरईआईए के रूप में निविदा दी थी और जो किसी भी राज्य के साथ बिजली खरीद समझौते पर हस्ताक्षर करवाने में विफल रही हैं।
आरईआईए, आरई क्षमता के लिए निविदा जारी करने, परियोजनाओं के लिए खरीदार ढूंढ़ने, तथा व्यापारिक मार्जिन अर्जित करते हुए आरई बिजली की खरीद-बिक्री की सुविधा प्रदान करने के लिए जिम्मेदार हैं। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) द्वारा एसईसीआई, एनएचपीसी और एसजेवीएन अन्य नामित आरईआईए हैं।
एनटीपीसी ने बतौर आरईआईए 25 गीगावॉट की निविदाएं बीते दो वर्षों में जारी की थीं और इसमें से करीब 15 गीगावॉट के खरीदार अभी नहीं मिले हैं। इसका कारण यह है कि राज्य बिजली खरीद समझौता (पीपीए) करने के अनिच्छुक हैं। एनटीपीसी पीपीए समझौता करने वालों को खोजने के बजाय खुद ही इन परियोजनाओं से 2.8 रुपये प्रति इकाई बिजली खरीदेगी।