Banking Stocks to Buy: साल 2025 भारतीय बैंकों के लिए नई शुरुआत का साल हो सकता है। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Jefferies का कहना है कि इस साल RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) ब्याज दरें कम कर सकता है। क्योंकि कर्ज और जमा में बढ़िया तालमेल बैठ रहा है, अनसिक्योर्ड लोन की रफ्तार धीमी हो गई है, और देश की GDP ग्रोथ भी थोड़ी सुस्त पड़ रही है।
Jefferies ने कई बैंकों की रेटिंग और टारगेट प्राइस में बदलाव किया है। आइए, जानते हैं किसे फायदा हुआ और कौन थोड़ी सुस्ती में है:
Jefferies को लगता है कि RBI अगले साल की पहली छमाही में ब्याज दरें 50bps (बेसिस प्वाइंट) तक कम कर सकता है। यह कदम इसलिए अहम है क्योंकि:
ब्याज दर घटने से बैंकों के NIM (Net Interest Margin) पर थोड़ा दबाव आ सकता है। Jefferies के मुताबिक, 10bps कम NIM से PSU बैंकों की आय पर 8% तक असर पड़ सकता है। हालांकि, FY26 तक यह दबाव कम होने और आय में सुधार की उम्मीद है।
SME लोन और MFI (Microfinance Institutions) सेक्टर पर नजर रखना जरूरी है। MFI सेक्टर में दबाव जारी रह सकता है, जिससे छोटे बैंकों की ग्रोथ थोड़ी धीमी हो सकती है।
FY26 की दूसरी छमाही में GDP ग्रोथ में तेजी आ सकती है। बैंकों का फोकस ऑपरेशनल खर्च घटाने और प्रोडक्टिविटी बढ़ाने पर रहेगा। Jefferies को लगता है कि बैंकों के लिए यह वक्त अपनी रणनीति मजबूत करने और निवेश बढ़ाने का हो सकता है। तो 2025, सस्ते कर्ज और नई उम्मीदों का साल हो सकता है।