अमेरिका की आईटी कंपनी मार्लैब्स को भारत की इंजीनियरिंग प्रतिभा से उम्मीद है और इस साल देश में लगभग 500 लोगों को काम पर रखने की योजना बना रही है। उसका इरादा अगले तीन साल में अपना राजस्व दोगुना करने का है। भारत पहले से ही कंपनी का सबसे बड़ा प्रतिभा केंद्र है। इसके कुल कर्मचारियों में से 75 प्रतिशत भारत में ही हैं।
मार्लैब्स के मुख्य कार्य अधिकारी थॉमस कॉलिन्स ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया ‘हम अगले तीन साल में अपना राजस्व दोगुना करने की योजना बना रहे हैं। भारत में नियुक्तियां मुख्य रूप से डेटा इंजीनियरिंग, एआई और उत्पाद इंजीनियरिंग के कौशल से संबंधित रहेंगी।’ उन्होंने कहा कि अब तक यह सबसे बड़ा प्रतिभा आधार है। हमारे शीर्ष कार्यकारी नेतृत्व का आधा हिस्सा बेंगलूरु में है।
भारत में बेंगलूरु के अलावा हम कोच्चि, मैसूर और पुणे में मौजूद हैं। मार्लैब्स का तीन कारोबारी क्षेत्रों पर विशेष ध्यान है – डेटा इंजीनियरिंग और एआई, डिजिटल उत्पाद इंजीनियरिंग और इंटेलिजेंट ऑटोमेशन। कंपनी के राजस्व में इनका लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा रहता है।