महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने अपनी बोलेरो की प्रति माह लगभग 9,000 वाहन उत्पादन क्षमता का पूरा उपयोग कर लिया है और अब वह इस एसयूवी की निरंतर मांग को पूरा करने के लिए अपने आगामी 2,40,000 वाहन वाले एनयू आईक्यू प्लेटफॉर्म के तहत उत्पादन बढ़ाने की योजना बना रही है।
कंपनी ने बोलेरो मॉडल की कीमतों में भी कटौती की है, जिससे पूरे पोर्टफोलियो की कीमत 10 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से कम हो गई है। इसे जीएसटी 2.0 बदलावों से मदद मिली है, जिसका लाभ महिंद्रा ने 22 सितंबर को आधिकारिक तौर पर लागू होने से पहले ग्राहकों को दिया था।
शुरुआती मॉडलों के मामले में बोलेरो बी4 की कीमतों में 80,000 रुपये की सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई है, जबकि बोलेरो नियो एन4 की कीमतों में 43,000 रुपये तक की गिरावट आई है। महंगी श्रेणी वाले मॉडल की बात करें तो, शीर्ष मॉडल बोलेरो बी6 (O) और बोलेरो नियो एन10 की कीमतों में क्रमशः 69,000 रुपये और 50,000 रुपये तक की कटौती की गई है।
स्वतंत्रता दिवस पर पेश किया गया नया आईक्यू आर्किटेक्चर कई बॉडी स्टाइल, इंजन और वाहन के आकार में लचीलापन प्रदान करता है और भविष्य की एसयूवी का आधार बनेगा।
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब शुरुआती स्तर वाले एसयूवी बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ती जा रही है और कंपनियां बाजार हिस्सेदारी के लिए आक्रामक रूप से होड़ में लगी हुई हैं। यहां तक कि सिट्रोएन जैसे पारंपरिक रूप से इस क्षेत्र से बाहर वाले ब्रांड 4-मीटर से कम वाले मॉडलों की पेशकश नहीं करने के बावजूद अत्यधिक प्रतिस्पर्धी दामों के साथ सामने आए हैं। यह शुरुआती स्तर के मूल्य बिंदुओं में मांग वृद्धि का संकेत देता है।
इसी रुझान का अनुसरण करते हुए टाटा मोटर्स ने नेक्सॉन, हैरियर और सफारी सहित अपने पूरे एसयूवी लाइनअप में कीमतों में खासी कटौती की है। इसमें 75,000 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये से अधिक तक की कटौती शामिल है, जो सरकार द्वारा जीएसटी में कटौती किए जाने के बाद सितंबर 2025 के अंत से प्रभावी हुई है।