facebookmetapixel
Delhi Weather Update: सावधान! दिल्ली-NCR में जहरीली हवा का कहर, IMD ने कोल्ड-वेव अलर्ट जारी कियाNowgam Blast: फरीदाबाद में जब्त विस्फोटकों के कारण श्रीनगर में पुलिस थाने में धमाका; 8 की मौत, 27 घायलDecoded: 8वें वेतन आयोग से कर्मचारी और पेंशनरों की जेब पर क्या असर?DPDP के नए नियमों से बढ़ी ‘कंसेंट मैनेजर्स’ की मांगसरकार ने नोटिफाई किए डिजिटल निजी डेटा संरक्षण नियम, कंपनियों को मिली 18 महीने की डेडलाइनबिहार विधानसभा चुनाव 2025: NDA 200 के पार, महागठबंधन की करारी हारबिहार की करारी हार से राजद-कांग्रेस के समक्ष अस्तित्व का संकट, मोदी बोले- पार्टी अब टूट की ओरबिहार में NDA की प्रचंड जीत से बैकफुट पर विपक्ष, चुनाव आयोग पर उठाए सवालNDA की जीत में पासवान, मांझी गठबंधन ने बढ़ाई वोट हिस्सेदारी: 10 बिंदुओं में बिहार चुनाव नतीजों के निष्कर्षबिहार में बंपर जीत के बाद बोले PM मोदी: पश्चिम बंगाल से भी ‘जंगलराज’ को उखाड़ फेंकेंगे

प्रीमियम हैंडसेट के भरोसे पैठ बढ़ाएगी एलजी

Last Updated- December 07, 2022 | 6:05 AM IST

मोबाइल दूरसंचार के बाजार में हो रही तेज रफ्तार बढ़ोतरी के बीच प्रमुख हैंडसेट निर्माता कंपनी एलजी भारी जेब वाले ग्राहकों के भरोसे अपना आधार बढ़ाने की योजना बना रही है।


कंपनी ने खास तौर पर जीएसएम हैंडसेट के बाजार में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक वाले फोन पर ध्यान देने का फैसला किया है। हाल ही में वॉयस ऐंड डैटा की रिपोर्ट में एलजी को सैमसंग के बाद चौथे नंबर की भारतीय हैंडसेट कंपनी बताया गया था। लेकिन कंपनी इन आंकड़ों को सही नहीं बता रही है।

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के जीएसएम कारोबार के ग्रुप हेड अनिल अरोड़ा ने बिजनेस स्टैंडर्ड से दावा किया कि मोबाइल बाजार में उनकी कंपनी दूसरे नंबर पर है। उन्होंने जीएफके की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि एलजी सीडीएमए और जीएसएम हैंडसेट के कुल बाजार में दूसरे पायदान पर है।

कंपनी जीएसएम बाजार में ज्यादा तेजी से बढ़ रही है। सीडीएमए बाजार में पहले से ही उसका आधार है और जीएसएम में पिछले वर्ष की तुलना में उसका बाजार अब तीन गुना हो गया है। अरोड़ा ने साफ तौर पर कहा कि भारतीय उपभोक्ता के बदलते मिजाज को देखते हुए कंपनी अब अपनी उत्पाद रणनीति में बदलाव कर रही है। कंपनी ने इंट्री लेवल के हैंडसेट के बजाय अब आधुनिक और बेहतर फीचर्स वाले हैंडसेट को बढ़ावा देने का फैसला किया है।

भारत में बेंगलुरु में कंपनी का अनुसंधान एवं विकास केंद्र है, लेकिन वहां इंट्री लेवल हैंडसेट पर ही ज्यादा ध्यान दिया जाता है। फिलहाल सभी महंगे हैंडसेट कोरिया से ही बनकर आते हैं। एलजी ने जीएसएम हैंडसेट के क्षेत्र में पिछले साल लगभग 440 करोड़ रुपये का कारोबार किया था। इस साल उसने 1,400 करोड़ रुपये का कारोबार करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी इस क्षेत्र पर तगड़ा निवेश भी करने जा रही है, लेकिन अरोड़ा ने निवेश के बारे में विस्तार से कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।

अरोड़ा ने बताया कि भारत में स्टायलिश और स्लीक हैंडसेट की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। कंपनी इन्हीं ग्राहकों पर निशाना साधने की तैयारी कर रही है। कंपनी का मानना है कि युवा पीढ़ी और शहरी ग्राहक अत्याधुनिक तकनीक वाले हैंडसेट ही पसंद करते हैं। यही वजह है कि चालू वर्ष में कंपनी ने कई महंगे हैंडसेट उतारे हैं। हालांकि अरोड़ा ने यह भी कहा कि गांव और कस्बों के बाजार को उनकी कंपनी हल्के में नहीं ले रही है।

उसके इंट्री लेवल के हैंडसेट इसी बाजार के लिए होते हैं और उनके निर्माण में तेजी लाई जा रही है। इसके अलावा वह मझोले दर्जे के फोन भी इसी बाजार में उतारने के लिए काम कर रही है। एलजी इस साल कुल मिलाकर 30 हैंडसेट बाजार में उतारने जा रही है। उसने इसी माह सिंगापुर में कुछ नए हैंडसेट पेश किए हैं।

अगले माह भी वह भारतीय बाजार के लिए नए हैंडसेट उतारेगी, लेकिन वे सभी अत्याधुनिक फीचर वाले महंगे फोन होंगे। गौरतलब हैकि भारत में सेलफोन का बाजार बेहद तेजी के साथ बढ़ रहा है। इसीलिए तमाम कंपनियां नए-नए उत्पाद उतार रही हैं।

First Published - June 18, 2008 | 11:39 PM IST

संबंधित पोस्ट