JSW स्टील लिमिटेड दुनिया की सबसे मूल्यवान स्टील कंपनी बनकर उभरी है और इसके साथ ही यह इंडस्ट्री के बड़े नामों जैसे आर्सेलरमित्तल और न्यूकोर कॉर्प को पीछे छोड़ चुकी है। इस भारतीय स्टील निर्माता का बाजार पूंजीकरण अब 30.31 बिलियन डॉलर हो गया है, जो इसके सबसे करीबी प्रतिस्पर्धियों से 91 मिलियन डॉलर से 3 बिलियन डॉलर अधिक है।
JSW ग्रुप की प्रमुख कंपनी विजयनगर, डोलवी और सलेम में एकीकृत स्टील प्लांट संचालित करती है, साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका और इटली में भी इसके विदेशी संचालन हैं। इसकी वर्तमान स्टील उत्पादन क्षमता 35.7 मिलियन टन (MT) है और कंपनी FY28 तक इसे 43.5 मिलियन टन और FY31 तक 51.5 मिलियन टन तक बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। मोतीलाल ओसवाल के विश्लेषकों का मानना है कि यह विस्तार रणनीति JSW स्टील को लंबे समय तक निरंतर विकास के लिए तैयार करती है, जिससे उत्पादन में बढ़ोतरी होगी।
इस उपलब्धि को एक्स (X) पर साझा करते हुए पार्थ जिंदल ने लिखा, “यह शेयर करते हुए बेहद गर्व महसूस हो रहा है कि @jswsteel बाजार पूंजीकरण के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी स्टील कंपनी बन गई है। पापा @sajjanjindal, मां @SangitaSJindal और पूरे @TheJSWGroup परिवार की कड़ी मेहनत पर बहुत गर्व है। हम विनम्र हैं और यहां नहीं रुकेंगे।”
गौरतलब है कि JSW स्टील का स्टॉक 2025 में 18 प्रतिशत उछला है, जिससे यह निफ्टी 50 इंडेक्स पर सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वालों में से एक बन गया है। 30.31 बिलियन डॉलर के बाजार पूंजीकरण के साथ, यह अपनी घरेलू प्रतिस्पर्धी कंपनी टाटा स्टील से भी आगे है। ब्रोकरेज फर्म इन्वेस्टेक ने स्टॉक पर “BUY” रेटिंग बनाए रखी है और प्रति शेयर 1,100 रुपये का टारगेट प्राइस निर्धारित किया है।
1982 में स्थापित, JSW स्टील एक अग्रणी बहुराष्ट्रीय स्टील उत्पादक और JSW ग्रुप की प्रमुख कंपनी है। इसका मुख्यालय मुंबई में है और यह कर्नाटक के तोरनागल्लु में एक एकीकृत स्टील प्लांट संचालित करता है। साथ ही कंपनी ने भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी मौजूदगी बढ़ाई है। JSW स्टील के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में फ्लैट और लंबे स्टील उत्पाद शामिल हैं, जो ऑटोमोटिव, निर्माण और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं जैसे विभिन्न क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा करते हैं।
बता दें कि भारत का स्टील उत्पादन Q3 FY25 में 3.5 प्रतिशत बढ़कर 37.38 मिलियन टन हो गया, जबकि स्टील खपत 6.8 प्रतिशत बढ़कर 38.46 मिलियन टन हुई। FY25 के लिए स्टील खपत में साल-दर-साल 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद है।