जियो दूसरी छमाही में लाएगी 5जी सेवा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 14, 2022 | 8:26 PM IST

दूरसंचार कंपनियों ने मंगलवार को सरकार से नीतिगत सुधारों पर ध्यान दिए जाने का अनुरोध किया, लेकिन इंडिया मोबाइल कांग्रेस के पहले दिन प्रमुख क्षेत्रीय मसलों पर कुछ मतभेदों का भी खुलासा किया।  
रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि समूह की दूरसंचार इकाई जियो वर्ष 2021 की दूसरी छमाही में 5जी के लिए तैयार है और इसके तेजी से विस्तार व किफायती कीमतों के लिए तत्काल नीतिगत कदम उठाए जाने की जरूरत पर भी जोर दिया।
अंबानी ने जुलाई में 5जी समाधान विकसित करने और ट्रायल की तैयारी का ऐलान किया था और इंडियन मोबाइल कांग्रेस के उदघाटन के दौरान इसकी जानकारी एक बार फिर से दी। जियो ने 5जी समाधान के लिए क्वालकॉम के साथ साझेदारी की है और ‘2जी मुक्त भारत प्लान’ के तहत गूगल संग गठजोड़ कर 4जी/5जी सक्षम स्मार्टफोन बना रही है।
अंबानी ने कहा, ‘वर्ष 2021 की दूसरी छमाही में जियो भारत में 5जी क्रांति की अगुआई करेगी। यह देश में विकसित नेटवर्क, हार्डवेयर और तकनीक पर आधारित होगा। उन्होंने 2जी सेवा का इस्तेमाल करने वाले 30 करोड़ ग्राहकों तक स्मार्टफोन की उपलब्धता के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की मांग की।
भारती एंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील मित्तल ने कहा कि भारत को अगले 2-3 साल में जियो ईको-सिस्टम में निवेश का फायदा मिलेगा, जब उपकरण की कीमतें कम होंगी और बड़ी संख्या में लोगों को मोबाइल उपलब्ध होगा। मित्तल ने कहा, ‘मैं 5जी को लेकर काफी उत्साहित हूं, जो अगले दो-तीन साल में मोबाइल ब्रॉडबैड के क्षेत्र में सामान्य हो जाएगा।’
मंगलवार को एयरटेल ने भारत में 5जी के लिए वैश्विक मानक अपनाने का आह्वान किया और इस तरह से इस मसले पर जियो के साथ मतभेद का खुलासा भी कर दिया। वि_ल ने कहा कि भारत के लिए विकसित एप्लीकेशनों को प्रोत्साहित करने के लिए एक स्वतंत्र व्यवस्था बनाए जाने की जरूरत है और सरकार को स्पेक्ट्रम और फाइबर उपलब्धता किफायती बनाए जाने पर भी ध्यान देना चाहिए।
वोडाफोन आइडिया के मुख्य कार्याधिकारी रवींदर टक्कर ने कहा कि दूरसंचार क्षेत्र में समावेशी विकास सुनिश्चित करने के लिए लोगों को डिजिटल अपनाने में मदद करने का अवसर है। उन्होंने कहा, ‘ग्रामीण दूरसंचार घनत्व 134 प्रतिशत के शहरी दूरसंचार घनत्व के मुकाबले महज 59 प्रतिशत है और करीब 45 करोड़ मौजूदा ग्राहकों को अभी भी ब्रॉडबैंड से नहीं जोड़ा जा सका है या फिर उनके पास स्मार्टफोन नहीं हैं।’
टक्कर ने कहा, ‘हम इन दोनों अवसरों के लिए तैयार हैं, अपने नेटवर्क, आईटी, लोगों की क्षमता और ग्राहक संपर्क को मजबूत बना रहे हैं। हमने इस आकर्षक भविष्य के लिए मौजूदा ईकोसिस्टम कंपनियों और स्टार्टअप के साथ भागीदारी की योजना बनाई है।’

First Published : December 8, 2020 | 11:50 PM IST