प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
अंबानी परिवार जियो फाइनैंशियल सर्विसेज में 10,000 करोड़ रुपये तक का निवेश कर सकता है। जियो फाइनैंशियल के निदेशक मंडल की बुधवार को होने वाली बैठक में राइट निर्गम, तरजीही आवंटन, पात्र संस्थागत नियोजन या मिलेजुले तरीकों से पूंजी जुटाने के विभिन्न उपायों पर विचार किया जाएगा। घटनाक्रम के जानकार शख्स ने बताया कि कंपनी का प्रवर्तक अंबानी परिवार जियो फाइनैंशियल में अपनी हिस्सेदारी 5 फीसदी तक बढ़ा सकता है। इससे कंपनी में उनकी कुल हिस्सेदारी मौजूदा 47 फीसदी से बढ़कर 51 फीसदी से अधिक हो जाएगी।
नए शेयर का भाव 320 से 325 रुपये के बीच होने की संभावना है। हालांकि यह कंपनी बोर्ड और नियामकीय मंजूरी पर निर्भर करेगा। बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर जियो फाइनैंशियल का शेयर आज 321 रुपये पर बंद हुआ जिससे इसका कुल बाजार पूंजीकरण 2.03 लाख करोड़ रुपये रहा।
इस बारे में जानकारी के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज और जियो फाइनैंशियल के प्रवक्ताओं को ईमेल किया गया मगर उनका जवाब नहीं आया। कंपनी कितनी पूंजी जुटाएगी और अंबानी परिवार इसमें कितना निवेश करेगा इसकी घोषणा बुधवार को बोर्ड की बैठक के बाद की जाएगी। अंबानी परिवार अपनी वित्तीय सेवा इकाई में ताजा पूंजी डालने वाला अकेला नहीं है। इस महीने की शुरुआत में अदार पूनावाला के स्वामित्व वाली कंपनी पूनावाला फिनकॉर्प ने 1,500 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव को मंजूरी दी थी, जिससे इसकी नेटवर्थ बढ़कर 9,700 करोड़ रुपये हो गई और खुदरा ऋण कारोबार में कंपनी की विस्तार की रणनीति को भी बल मिला।
टाटा संस की गैर-सूचीबद्ध सहायक कंपनी टाटा कैपिटल इस साल सितंबर से पहले 2 अरब डॉलर का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की योजना बना रही है। आईपीओ से मिलने वाले पैसों का उपयोग कंपनी तेजी से बढ़ते भारतीय वित्तीय सेवा क्षेत्र में अपने परिचालन का विस्तार करने के लिए करेगी। जियो फाइनैंशियल जुलाई 2023 में रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग कंपनी बनी थी। यह तेजी से ऋण, बीमा और परिसंपत्ति प्रबंधन में अपना विस्तार कर रही है और भारतीय वित्तीय सेवा बाजार में अपनी जगह बनाने के लिए उसे नई पूंजी की आवश्यकता है। बैंकरों ने कहा कि बीमा सहित व्यापक बाजार में प्रवेश से पहले ताजा पूंजी निवेश से कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत होने की उम्मीद है।
19 जुलाई को जियो फाइनैंशियल सर्विसेज ने म्यूनिख के आलियांज समूह के साथ इसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी आलियांज यूरोप बी.वी. के माध्यम से पुनर्बीमा क्षेत्र में 50-50 फीसदी हिस्सेदारी वाला संयुक्त उपक्रम बनाने का समझौता किया है। कंपनी ने जीवन और सामान्य बीमा कारोबार में समान हिस्सेदारी वाला संयुक्त उपक्रम के लिए भी आलियांज समूह के साथ गैर-बाध्यकारी करार किया है।
जियो फाइनैंशियल के डिजिटल-प्रथम मॉडल का उद्देश्य भारतीयों को सहजता से कर्ज लेने, लेन-देन करने, बचत करने और निवेश करने में सक्षम बनाना है। जियो फाइनैंशियल ने भारत में परिसंपत्ति प्रबंधन, धन प्रबंधन और ब्रोकिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए निवेश समाधान प्रदान करने वाली दुनिया की अग्रणी कंपनी ब्लैकरॉक के साथ भी एक संयुक्त उपक्रम बनाया है। जियो ब्लैकरॉक के पूंजी जुटाने की पहली पेशकश को अच्छी प्रतिक्रिया मिली और इस महीने की शुरुआत में उसने भारतीय निवेशकों से 17,500 करोड़ रुपये जुटाए।