आईटीसी को सिगरेट कारोबार से दम

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 9:24 PM IST

विश्लेषकों को आईटीसी के बारे में अपना रुख अंतत: बदलना पड़ रहा है। दरअसल, तंबाकू से लेकर रोजमर्रा के इस्तेमाल की वस्तुएं (एफएमसीजी) बनाने वाले इस कारोबारी समूह के वृद्धि का ग्राफ स्थिर होता दिख रहा है। इससे विश्लेषकों के नजरिये में भी बदलाव आना स्वाभाविक है। हालांकि ब्रोकरेज फर्मों ने तीसरी तिमाही के वित्तीय नतीजे के बाद इस शेयर के लिए अपने लक्षित मूल्य में मामूली संशोधन किया है लेकिन इसे नए सिरे से रेटिंग देने के लिए आम सहमति बनती दिख रही है।
कंपनी ने 31 दिसंबर 2021 को समाप्त तिमाही के लिए 4,056 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया जो एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 15 फीसदी अधिक है। इस दौरान कंपनी का समेकित परिचालन राजस्व एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 30 फीसदी बढ़कर 18,366 करोड़ रुपये हो गया। श्रेणीवार गौर किया जाए तो सिगरेट, एफएमसीजी, आतिथ्य सेवा, कृषि और कागज कारोबार से प्राप्त राजस्व में सालाना आधार पर क्रमश: 14 फीसदी, 9 फीसदी, 101 फीसदी, 100 फीसदी और 39 फीसदी की  वृद्धि हुई।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने कहा, ‘तीसरी तिमाही के दमदार नतीजे और सकारात्मक मांग परिदृश्य के मद्देनजर हम वित्त वर्ष 2021-22, 2022-23 और 2023-24 में से प्रत्येक वित्त वर्ष के लिए प्रति शेयर आय अनुमान में 1 फीसदी की बढ़ोतरी करते हैं। अन्य एफएमसीजी कंपनियों का कमजोर प्रदर्शन आईटीसी की नई रेटिंग के लिए काफी महत्त्वपूर्ण होगा।’ विश्लेषकों ने कहा कि इस तिमाही के दौरान मुख्य तौर पर तीन प्रमुख श्रेणियों- सिगरेट, एफएमसीजी और आतिथ्य सेवा- में दमदार सुधार दिखा। उन्होंने कहा कि इससे आगामी तिमाहियों में इस शेयर को रफ्तार मिलेगी।
जेएम फाइनैंशियल के विश्लेषकों ने कहा, ‘सिगरेट कारोबार ने मात्रात्मक बिक्री के मोर्चे पर उम्मीद से कहीं बेहतर वृद्धि (8 फीसदउी की उम्मीद के मुकाबले 12 फीसदी) दर्ज की जो वैश्विक महामारी पूर्व रन रेट को भी पार कर लिया है। वॉल्यूम में सुधार होने से सिगरेट कारोबार से प्राप्त आय में 14 फीसदी की दमदार वृद्धि दर्ज करने में मदद मिली। इससे मार्जिन में करीब 50 आधार अंकों का सुधार हुआ। हमारा मानना है कि सिगरेट कारोबार में दो अंकों की एबिटा वृद्धि इस शेयर को गति देने के लिए महत्त्वपूर्ण साबित होगी।’
जहां तक एफएमसीजी कारोबार का सवाल है तो वैश्विक महामारी के दौरान जिन श्रेणियों में बढ़त दर्ज की गई उनमें कोविड पूर्व स्तर की वृद्धि जारी है। कोविड संबंधी पाबंदियों को हटाए जाने से शहरी बाजारों को काफी फायदा हुआ है जबकि ग्रामीण बाजारों में आईटीसी का प्रदर्शन उद्योग के मुकाबले बेहतर रहा है।
एफएमसीजी कारोबार में एबिटा मार्जिन सालाना आधार पर 50 आधार अंक घटकर 5.9 फीसदी था जबकि तिमाही आधार पर उसमें 80 आधार अंकों की कमी दर्ज की गई। जिंस कीमतों में अप्रत्याशित तेजी के बावजूद वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में एबिटा मार्जिन 9.1 फीसदी था जो वित्त वर्ष 2020 की तीसरी तिमाही में 7.7 फीसदी रहा था। जिंस कीमतों में तेजी के प्रभाव को रणनीतिक लागत में कटौती, उत्पाद मेल, मूल्य निर्धारण, राजकोषीय प्रोत्साहन और अनुकूलन कारोबार से काफी हद तक कम कर दिया गया। सीएलएसए ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एफएमसीजी में के आकार की यह वृद्धि फिलहाल बरकरार रहेगी।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट में कहा है, ‘लागत में कटौती के मोर्चे पर किए गए उपायों से प्रदर्शन को मजबूती और नकारात्मक परिचालन लीवरेज के प्रभाव से निपटने में मदद मिलनी चाहिए।’ कोटक इंस्टीट््यूशनल इक्विटीज का मानना है कि विभिन्न श्रेणियों में कुल मिलाकर दमदार प्रदर्शन और निष्पादन में निरंतरता के कारण नए सिरे से रेटिंग को बल मिलता है।

First Published : February 6, 2022 | 11:18 PM IST