दूरसंचार सेवा प्रदान करने वाली देश की शीर्ष कंपनियों के प्रवर्तकों ने आज 5जी सेवाओं को तेजी चालू करने, बैंकों से मदद हासिल करने, उद्योग में बेहतर तालमेल स्थापित करने और लंबी मुकदमेबाजी को खत्म करने पर जोर दिया। यह बात इंडियन मोबाइल कांग्रेस के उद्घाटन सत्र में सामने आई। इसका आयोजन दूरसंचार क्षेत्र में सुधार और अगले साल 5जी सेवाओं के लिए उद्योग की तैयारी के परिप्रेक्ष्य में किया गया है।
आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने लेनदारों से मदद करने और कारोबारी सुगमता के लिए अगला कदम बढ़ाए जाने पर जोर दिया। समूह की कंपनी
वोडाफोन आइडिया को दूरसंचार क्षेत्र में हो रहे सुधार का सबसे अधिक फायदा हुआ है।
पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था तैयार करने में वोडाफोन आइडिया की भागीदारी के बारे में बताते हुए बिड़ला ने कहा, ‘निवेश और डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने के लिए एक दमदार उद्योग आवश्यक है। पिछले कुछ महीनों के दौरान सरकार ने उस दिशा में कुछ महत्त्वपूर्ण नीतिगत हस्तक्षेप किए हैं। कारोबारी सुगमता के लिए पहल और बैंकिंग क्षेत्र की मदद से इस क्षेत्र की ताकत बढ़ेगी और यह सुनिश्चित होगा कि भारत अत्याधुनिक वैश्विक प्रौद्योगिकी रुझानों को अपनाएगा।’
बिड़ला की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब वोडाफोन आइडिया निवेशकों से ताजा रकम जुटाने के लिए लगातार संघर्ष कर रही है। दूरसंचार कंपनी ने उम्मीद जताई है कि रकम जुटाने की प्रक्रिया चालू वित्त वर्ष में पूरी हो जाएगी।ं
भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल ने कहा कि प्रक्रियाओं को सरल बनाना और बैंक गारंटी की वापसी दूरसंचार उद्योग के लिए उल्लेखनीय सुधार है। उन्होंने कहा, ‘सकल समायोजित राजस्व के भुगतान के लिए चार साल का समय और फिर उसमें दी गई मोहलत से काफी राहत मिली है खासकर एक ऑपरेटर को जिसे इसे इसकी सख्त जरूरत थी। मैं केवल इतना कहना चाहूंगा कि सरकार ने उल्लेखनीय तरीके से पहल की है।’
मित्तल ने उद्योग की कंपनियों के बीच बेहतर तालमेल पर भी जोर दिया जैसे संसाधनों एवं टावरों की साझेदारी आदि। उन्होंने कहा कि सरकार को सभी मुकदमेबाजी पर नए सिरे से विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमें एक-दूसरे की जरूरत है। अधिक से अधिक टावर बुनियादी ढांचे को साझा करते हुए तगड़ी प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करें। हमें तालमेल बिठाते हुए लागत में भी कमी लाने पर गौर करना चाहिए।’
देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो के मालिक मुकेश अंबानी ने पांच विचार पेश किए जिनमें 5जी के परिचालन को राष्ट्रीय प्राथमिकता बनाना, सस्ते उपकरण एवं ऐप्लिकेशन और तेजी से फाइबर का विस्तार शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘जियो में हम फिलहाल 4जी एवं 5जी के निष्पादन और ब्रॉडबैंड बुनियादी ढांचे के विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हमने सौ फीसदी देसी एवं व्यापक 5जी समाधान विकसित किया है जो पूरी तरह क्लाउड एवं डिजिटल प्रौद्योगिकी पर आधारित है।’
