बेहतर आपूर्ति के साथ-साथ दूरस्थ काम करने की मांग को भारतीय पीसी बाजार में मजबूत वृद्धि का श्रेय मिला है। इंटरनैशनल डेटा कॉरपोरेशन (आईडीसी) के वल्र्डवाइड क्वॉर्टरली पर्सनल कंप्यूटिंग डिवाइस टै्रकर ने कहा कि भारत के परंपरागत पीसी बाजार, जिसमें डेस्कटॉप, नोटबुक और वर्कस्टेशन शामिल हैं, में वर्ष 2021 (जनवरी-दिसंबर) के दौरान सालाना आधार पर 44.5 प्रतिशत की खेप वृद्धि के साथ मजबूत वर्ष रहा है।
जहां एक ओर नोटबुक श्रेणी 1.16 करोड़ इकाई वाली खेपों के साथ इस मात्रा की संचालक रही, वहीं दूसरी ओर डेस्कटॉप श्रेणी, जिसमें वर्ष 2020 में भारी गिरावट देखी गई थी, सालाना आधार पर 30 प्रतिशत वृद्धि के साथ सुधार करने में कामयाब रही। इसका श्रेय उद्यमों, एसएमबी और उपभोक्ता खंडों की मजबूत मांग को दिया जा सकता है। वर्ष 2022 के लिए आईडीसी को उम्मीद है कि आपूर्ति में कमी और कीमत वृद्धि के कारण पीसी की मांग में नरमी आएगी।
आईडीसी इंडिया के अनुसंधान निदेशक (क्लाइंट डिवाइसेस) नवकेंद्र सिंह ने कहा कि बाजार में पिछले दो वर्षों के दौरान वाणिज्यिक और उपभोक्ता दोनों ही क्षेत्रों में पीसी की अभूतपूर्व मांग देखी गई है, लेकिन वर्ष 2022 में मांग में नरमी की उम्मीद है। हालांकि एसएमई और उद्यम खंडों के लिए डिजिटलाइजेशन और दूरस्थ कार्य प्रमुख संचालक होने की उम्मीद है, लेकिन पूर्जों की कमी, आपूर्ति की चुनौतियां तथा बढ़े हुए दामों से सरकार और शिक्षा क्षेत्रों पर नकारात्मक रूप से असर जारी रह सकता है,ख्जिससे परियोजनाओं में आगे और देरी हो सकती है। हम उपभोक्ता खंड में नए विके्रताओं के लिए कुछ झुकाव भी देख सकते हैं, क्योंकि साल की दूसरी छमाही में आपूर्ति में सुधार शुरू हो रहा है।
अलबत्ता बाजार में उत्साह बना रहा, क्योंकि विक्रेताओं ने सामूहिक रूप से वर्ष 21 की चौथी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में 40 लाख से ज्यादा पीसी की खेप भेजी। डेस्कटॉप श्रेणी ने अपना वद्धि पथ बनाए रखा, जिसे शिक्षा और वीएलई खंड में मांग से बढ़ावा मिला। आठ तिमाहियों में पहली बार आठ लाख से अधिक इकाइयों की खेप भेजी गई, नोटबुक के मामले में क्रमबद्ध रूप से दूसरी तिमाही में यह संख्या 30 लाख से ज्यादा रही। वाणिज्यिक खंड ने वर्ष 21 की चौथी तिमाही 81.4 प्रतिशत की तीव्र सालाना वृद्धि दर्ज की, जबकि उपभोक्ता खंड में सालाना वृद्धि में ज्यादा नरमी देखी गई।
आईडीसी इंडिया के वरिष्ठ बाजार विश्लेषक (पीसी डिवाइसेज) भारत शेनॉय ने कहा कि चूंकि स्कूल और कॉलेज लगातार दूसरे साल दूरस्थ रूप से काम करते रहे, इसलिए विद्यार्थियों के लिए कंप्यूटिंग डिवाइस की मांग अति महत्त्वपूर्ण हो गई। वे कुछ छात्र, जो पहले अपनी आभासी कक्षाओं के लिए स्मार्टफोन/टैबलेट का इस्तेमाल कर रहे थे, उन्होंने बड़ी स्क्रीन और उपयोग में आसानी जैसे स्पष्ट लाभों के लिए पीसी को चुना।