मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली कंपनी रियलमी अक्टूबर में स्मार्टफोन की मात्रात्मक बिक्री के मोर्चे पर सैमसंग को पछाड़कर दूसरे पायदान पर पहुंच गई। काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार, अक्टूबर में 18 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ रियलमी ने ब्रांडेड स्मार्टफोन बाजार में सैमसंग से आगे निकल गई। महीने के दौरान ब्रांडेड स्मार्टफोन की मात्रात्मक बिक्री में सैमसंग की हिस्सेदारी 16 फीसदी रही जबकि चीन की कंपनी श्याओमी (अपने पोको ब्रांड के साथ) की बाजार हिस्सेदारी 20 फीसदी और वीवो की बाजार हिस्सेदारी 15 फीसदी रही।
रियलमी इसके साथ ही 2022 तक शीर्ष पायदान पर पहुंचने के अपने लक्ष्य के करीब पहुंच गई है। कंपनी 2022 तक सालाना 4 करोड़ स्मार्टफोन बचने की उम्मीद कर रही है। कंपनी के सह-संस्थापक माधव सेठ ने हाल में बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में कहा था, ‘हम 2022 तक भारत के स्मार्टफोन बाजार में शीर्ष कंपनी बनना चाहते हैं। अगले दो साल के दौरान हम उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स के टेलीविजन, लैपटॉप, वियरेबल्स और टैबलेट जैसे क्षेत्रों में भी शीर्ष पांच कंपनियों में शुमार होंगे।’ सेठ ने अपने साझेदारी स्काई ली के साथ मिलकर भारत में रियलमी ब्रांड का निर्माण किया था।
रियलमी के लिए अक्टूबर के आंकड़े काफी महत्त्वपूर्ण हैं क्योंकि इस दौरान उसने अपने प्रमुख प्रतिस्पर्धियों से बाजार हिस्सेदारी हासिल करने में सफल रही। साल 2021 की तीसरी तिमाही के दौरान रियलमी की बाजार हिस्सेदारी 15 फीसदी रही थी। उस दौरान वीवो की बाजार हिस्सेदारी भी 15 फीसदी थी जबकि सैमसंग 17 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ आगे थी। श्याओमी 23 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे थी।
ऑनलाइन बिक्री प्लेटफॉर्म पर रियलमी के आक्रामक रुख से उसे अपने लक्ष्य की ओर आगे बढऩे में मदद मिली। त्योहारी महीनों के दौरान फ्लिपकार्ट पर स्मार्टफोन की बिक्री में 52 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ रियलमी बिक्री के मोर्चे पर शीर्ष ब्रांड बन गई थी। इसके अलावा वह 27 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ शीर्ष दो ऑनलाइन स्मार्टफोन ब्रांड में भी शामिल थी।
सेठ ने उम्मीद जताई कि कंपनी 2.3 करोड़ से 2.4 करोड़ स्मार्टफोन की बिक्री के साथ साल 2021 को अलविदा करेगी। एक साल पहले यानी साल 2020 में उसकी कुल बिक्री 1.8 करोड़ रही थी। कंपनी अपने सभी स्मार्टफोन को देश में ही असेंबल करती है और उसमें 70 फीसदी स्थानीयकरण का दावा करती है।
रियलमी मई 2018 में उस दौरान सुर्खियों में आई थी जब उसने 5जी समर्थ स्मार्टफोन को सबसे पहले बाजार में उतारा था। भारत में रियलमी के फोन की औसत कीमत 11,080 रुपये से अधिक है और वह आकर्षक कीमत के साथ उच्च गुणवत्ता एवं विशेषताओं पर ध्यान देती है। जाहिर तौर पर मूल्य के लिहाज से औसत बिक्री मूल्य कहीं अधिक होगा। लेकिन कंपनी अब 50,000 रुपये से अधिक कीमत वाली श्रेणियों में भी दस्तक देने की तैयारी कर रही है।
रियलमी वैश्विक बाजार में अपनी पहुंच बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। फिलहाल यह दुनिया के 60 देशों में मौजूद है और काउंटरपॉइंट के आंकड़ों के अनुसार स्मार्टफोन के कुल शिपमेंट में उसकी हिस्सेदारी 5 फीसदी पहले ही है।
वैश्विक बाजार में शिपमेंट के लिहाज से रियलमी तीसरी तिमाही के दौरान रूस के शीर्ष तीन ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन ब्रांड में पहले ही शामिल हो चुकी है। इसके अलावा पोलैंड, चेक गणराज्य, ग्रीस, स्लोवेनिया और बेलारूस जैसे बाजारों में वह शीर्ष पांच कंपनियों में शामिल है। साथ ही वह 3 फीसदी यूरोपीय बाजार में भी अपनी पैठ बना चुकी है।
भारत में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए कंपनी ने अपने आउटलेट की संख्या को अगले साल तक बढ़ाकर 55,000 करने की योजना बनाई है जो फिलहाल 30,000 है। कंपनी का कहना है कि ऑनलाइन भले ही महत्त्वपूर्ण चैनल है लेकिन 70 फीसदी बिक्री अभी भी ऑफलाइन चैनलों से होती है।
