गोवा के मशहूर केवलोसिम बीच पर विज्ञापन जगत के बेताज बादशाहों और उनके मातहतों के पास जश्न मनाने का एक शानदार मौका था।
दरअसल गोवा में चल रहा गोआ ऐड फेस्ट 2009 अपने अंतिम पड़ाव से पहुंचते हुए आखिर खत्म हो गया। इसलिए जब मौका, दस्तूर और अवॉर्ड साथ में हो तो जश्न मनाने का मजा और बढ़ जाता है।
गोवा एड फेस्ट में 9 श्रेणियों में केवल एक ग्रांड प्रिक्स दिया गया। लेकिन इस अवॉर्ड समारोह में ओगिल्वी एंड मैथर (ओऐंडएम) ने दोबारा अपनी बादशाहत कायम की। एजेंसी ने जेडब्ल्यूटी और लियो बर्नेट से अपनी पहले पायदान की कुर्सी वापस खींच ली।
ओएंडएम ने लगभग सभी श्रेणियों में अपने विरोधियों का सफाया करते हुए 50 अवॉर्ड अपनी झोली में डाल लिए। इनमें 8 स्वर्ण, 17 रजत और 25 कांस्य पदक शामिल हैं। इसके बाद जेडब्ल्यूटी का जलवा रहा। उसने 1 ग्रांड प्रिक्स, 5 स्वर्ण, 5 रजत और 13 कांस्य सहित कुल 24 पदकों पर अपने नाम की मुहर लगाई।
अवॉर्ड जीतने के लिहाज से तीसरे पायदान पर रही लियो बर्नेट ने 1 स्वर्ण, 2 रजत और 14 कांस्य सहित कुल 17 पदक अपने नाम किए। इसके बाद 14-14 अवॉर्ड जीतने वाले आइडियाज एट वर्क और मुद्रा का नाम रहा। जबकि मैक्कन एंड पब्लिसिस ने 13, कांटैक्ट ने 12 और रीेडिफ्यूजन वाई एंड आर और क्रिएटिवलैंड एशिया ने 10 अवॉर्ड जीते।
एमबिएंट, मीडिया, डाइरेक्ट, फिल्म, प्रिंट, डिजाइन, इंटीग्रेटेड, आउट ऑफ होम और रेडियो समेत कुल 9 श्रेणियों में अवॉर्ड दिए गए। इस साल केवल एक ग्रांड प्रिक्स दिया गया जो डाइरेक्ट श्रेणी में जेडब्ल्यूटी के हिस्से में आया। जेडब्ल्यूटी ने द टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए ‘लीड इंडिया’ कैंपेन तैयार किया उसके लिए ही उसे ग्रांड प्रिक्स दिया गया।
वैसे अपने अलग-अलग अभियानों के दम पर द टाइम्स ऑफ इंडिया कुल 19 पदक जीतने में कामयाब रहा। इस अवॉर्ड समारोह में 143 एजेंसियों ने अपनी 4494 प्रविष्टियां भेजी थीं। अवॉर्ड-प्रिंट, एमेबिएंट मीडिया, डिजाइन, डाइरेक्ट, फिल्म क्राफ्ट, फिल्म, इंटीग्रेटेड, इंटरेक्टिव, आउट ऑफ होम, रेडियो, क्राफ्ट, प्रिंट क्राफ्ट और रेडियो जैसी 12 श्रेणियों के आधार पर तय किए गए।
इससे एक दिन पहले मीडिया वर्ग की 12 श्रेणियों में 35 अवॉर्डों की घोषणा की गई। इसमें माइंडशेयर का जबरदस्त जलवा रहा। इसने 2 स्वर्ण, 5 रजत और तीन कांस्य सहित कुल 10 पदक हासिल किए। इसके बाद मैडिसन, मुद्रा मैक्स और मैक्सस ने पांच-पांच अवार्ड जीते। इस बार के अवॉर्ड समारोह में फिल्म की श्रेणी में कोई स्वर्ण पदक नहीं दिया गया।