मई में भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के मुकाबले रिलायंस जियो का प्रदर्शन बेहतर रहा क्योंंकि कंपनी ने माह के दौरान 35 लाख ग्राहक जोड़े। दूरसंचार नियामक ट्राई के ताजा आंकड़ों से यह जानकारी मिली। एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने इस अवधि में क्रमश: 46 लाख व 43 लाख ग्राहक गंवाए।
उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि लॉकडाउन और प्रवासियों का गांवों की ओर लौटने के कारण ग्राहकों का नुकसान हुआ। 30 दिन तक अगर टैरिफ का भुगतान नहीं होता है तो ग्राहक सूची से निष्क्रिय यूजर्स को हटा दिया जाता है। कोरोनावायरस प्रसार को रोकने के लिए मई में देश के विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन लागू था। इस वजह से प्रवासी श्रमिक ग्रामीण इलाकों में लौट गए थे। आजीविका खोने की वजह से कई श्रमिकों मोबाइल कनेक्शन बंद हो गए।
मई में 72.8 लाख ग्राहकों ने एमएनपी के लिए आवेदन जमा कराए। इसके साथ ही ऐसे संचयी आवेदन अप्रैल के आखिर के 58.63 करोड़ से बढ़कर मई के आखिर में 59.36 करोड़ हो गए। कुल वायरलेस ग्राहक अप्रैल के आखिर के 118.31 करोड़ के मुकाबले मई में घटकर 117.68 रह गए, जो मासिक आधार पर 0.53 फीसदी की कमी दर्शाता है।
मई में वोडाफोन आइडिया ने 18 लाख ग्राहक गंवाए जबकि इससे पहले दो महीने तक उसने ग्राहक जोडऩे में सफलता प्राप्त की थी। रिलायंस जियो ने अप्रैल में 48 लाख और भारती एयरटेल ने 5 लाख ग्राहक जोड़े थे।
शहरी इलाकों में वायरलेस सबस्क्रिप्शन अप्रैल के 64.562 करोड़ से घटकर मई के अंत तक 64.148 करोड़ रह गए। ग्रामीण इलाकों में भी वायरलेस कनेक्शन समान अवधि के दौरान 53.749 करोड़ से घटकर 53.536 करोड़ रह गए।