भारत में गूगल ने डेवलपरों को प्ले स्टोर की बिलिंग प्रणाली के साथ समय-सीमा बढ़ाकर 31 अक्टूबर 2022 करने की योजना बनाई है। पहले यह समय-सीमा 31 मार्च 2022 थी।
गूगल के एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा, ‘हमने भारत में डेवलपर इकोसिस्टम की विशेष जरूरतों की पहचान की है और उनकी विकास यात्रा पर देश में डेवलपरों के साथ भागीारों को लेकर प्रतिबद्घ बने हुए हैं। अक्टूबर 2020 में, हमने 31 मार्च 2020 की तारीख भारत में डेवलपरों गूगल प्ले बिलिंग सिस्टम के साथ जुडऩे के लिए घोषित की थी।’
अधिकारी ने कहा, ‘हम हम देश में डेवलपरों के लिए यह तारीख बढ़ाकर 31 अक्टूबर 2022 कर रहे हैं जिससे यूपीआई और वॉलेट समेत सुविधाजनक उपयोगकर्ता भुगतान प्रणालियों के जरिये भुगतान में डेवलपरों को जरूरी सहायता मिल सके।’ वर्ष 2020 में यह मुद्दा अचानक पैदा हो गया जब गूगल ने कहा था कि उसके ऐप (जो प्ले स्टोर पर डिजिटल सामान बेचते हैं) को उसकी बिलिंग प्रणालियों का इस्तेमाल करना होगा, जिससे टेक्नोलॉजी दिग्गज को शुल्क के तौर पर इन-ऐप पर्चेज का प्रतिशत हासिल करने की अनुमति मिले।
भारतीय स्टार्ट-अप और यूनिकार्न ने तब से दावा किया है कि गूगल ने अपने एकाधिकार का गलत इस्तेमाल किया और बिलिंग प्रक्रिया को लेकर मनमानी की तथा लेनदेन का 30 प्रतिशत कमीशन हासिल किया। सभी ऐप ने गूगल प्ले स्टोर पर पेश किए गए हैं, जो डिजिटल गुड्स की इन-ऐप खरीदारी की पेशकश करते हैं और उन्हें गूगल प्ले के बिलिंग सिस्टम की जरूरत होती है।
इस साल अक्टूबर में गूगल ने कहा कि 1 जनवरी 2022 से वह गूगल प्ले पर सभी सेवाओं के लिए सेवा शुल्क 30 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत करेगा।
