ऐपल इंक और उसकी आपूर्तिकर्ता फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप दोनों ने ही सोमवार को बयान जारी किया है, जिसमें सुधारात्मक कार्यों के कार्यान्वयन का आश्वासन दिया गया है और अपने श्रमिकों के लिए रहने के बेहतर हालात सुनिश्चित करने के वास्ते कड़ी निगरानी प्रणाली का इंतजाम किया गया है।
ताइवान की यह कंपनी श्रीपेरंबुदूर के सिपकोट इंडस्ट्रियल पार्क में श्रमिकों को धीरे-धीरे वापस लाना शुरू करेगी,ख्जिसे पिछले महीने संयंत्र के ऑफसाइट डॉरमेट्री केंद्र (शयनकक्ष) में बड़े स्तर पर विषाक्त भोजन की घटना के संबंध में विरोध के बाद बंद कर दिया गया था। सूत्रों के अनुसार करीब 70 श्रमिक पहले ही एक डॉरमेट्री में वापस आ चुके हैं, जो ऐपल के मानकों को पूरा करता है। संयंत्र में परिचालन क्रमबद्ध तरीके से दोबारा शुरू किया जाएगा।
इस प्रकरण ने मेहनत-मशक्कत करने वाले मजदूरों की दुर्दशा की ओर ध्यान आकर्षित किया था और स्थानीय सरकार की जांच शुरू कर दी। ऐपल ने सोमवार को कहा कि यह संयंत्र परिवीक्षा अवधि में है, लेकिन श्रमिक लौटना शुरू कर देंगे, क्योंकि यह इस बात को सुनिश्चित कर रहा है कि भोजन और रहने की सुविधाओं, दोनों में ही मानकों को पूरा किया जा रहा है।
संयंत्र के एक हॉस्टल में विषाक्त भोजन के कारण करीब 159 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद ऐपल ने संयंत्र को परिवीक्षा अवधि में रख दिया था।
फॉक्सकॉन के बयान में कहा गया है कि हम श्रीपेरंबुदूर में ऑफसाइट डोरमेट्री केंद्रों में पाए गए मसलों को दुरुस्त करने और अपने कर्मचारियों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं में विस्तार करने के लिए सुधारों पर काम कर रहे हैं। ऐसा दोबारा न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए हमने कई सुधारात्मक कार्रवाइयों को अंजाम दिया है और एक कड़ी निगरानी प्रणाली की व्यवस्था की है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि श्रमिक अपनी किसी भी चिंता को सामने ला सकें, इसमें पहचान उजागर नहीं किया जाना भी शामिल है।
सूत्रों के अनुसार परिचालन वाले 17 डॉर्मिटरी में से एक में करीब 70 कर्मचारी लौट चुके हैं। संयंत्र में चरणबद्ध तरीके से दोबारा काम शुरू होगा। हालांकि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इससे पहले कहा था कि संयंत्र 12 जनवरी को पूरी तरह से दोबारा काम शुरू कर देगा।
