कई विवादों के बाद आखिरकार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) कल से दक्षिण अफ्रीका में शुरू हो रहा है।
लेकिन टूर्नामेंट की पहली गेंद फेंके जाने से पहले ही राजस्थान रॉयल और रॉयल चैलेंजर्स अच्छी खासी कमाई कर चुके हैं। इस टूर्नामेंट को स्वरूप देने वाले लोगों का कहना है कि हो सकता है इस साल टीमें अपनी लागत निकाल ही ले।
टूर्नामेंट की शुरुआत में माना जा रहा था कि आईपीएल के तीसरे सीजन में ही टीमें अपनी लागत निकाल पाएंगी। अगर आप लोग ऐसा सोच रहे हैं कि पूरी टीम के दक्षिण अफ्रीका जाने का खर्च, सहायक स्टॉफ और वहां महंगे होटलों में टीम को ठहराने से टीम के मालिकों को काफी नुकसान होगा, तो आप गलत हैं।
ऐसा नहीं होने का कारण है आईपीएल के आयुक्त ललित मोदी द्वारा सेट मैक्स से मैचों के प्रसारण अधिकारों के बदले मोटी रकम वसूलने में सफल होना। आईपीएल सेट मैक्स के लिए मोटी कमाई का जरिया बन चुका है। मोदी और चैनल अधिकारियों के बीच हुई बातचीत खटाई में पड़ने के बाद चैनल ने कानून का दरवाजा खटखटाया।
हालांकि यह अलग बात है कि चैनल को वहां से कोई राहत नहीं मिली और अब चैनल ने सालाना 720 करोड़ रुपये का भुगतान कर अगले 9 साल के लिए आईपीएल के प्रसारण अधिकारी खरीद लिए हैं। यह रकम प्रसारणकर्ता द्वारा पिछले साल दी गई रकम से दोगुनी है।
आईपीएल का आयोजन करने वाले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने करार का उल्लंघन करने के आरोप में सोनी के साथ पहले किया गया करार रद्द कर दिया था। टीम मालिकों के लिए यह अच्छी खबर है क्योंकि उन्हें इसी राशि का 80 फीसदी हिस्सा मिलना है। यानी हर किसी की झोली में आएंगे लगभग 90 करोड़ रुपये जबकि पिछले साल यह प्रसारण अधिकारों से हुई कमाई के तहत प्रत्येक टीम मालिक को 41 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी।
फ्रैंचाइजी का भी यही कहना है कि नए करार से उनकी कमाई बढ़ेगी। राजस्थान रॉयल्स के मुख्य मार्केटिंग अधिकारी रघु अय्यर ने बताया, ‘प्रसारण अधिकारों से होने वाली कमाई बढ़ेगी तो हमारी कमाई भी बढ़ेगी ही।’
चेन्नई सुपर किंग्स के स्वामित्व वाली कंपनी इंडिया सीमेंट्स के मार्केटिंग प्रमुख राकेश सिंह ने बताया, ‘टूर्नामेंट दक्षिण अफ्रीका में ले जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। सोनी प्रसारण अधिकारों के लिए अच्छी खासी रकम दे रहा है। जिससे बीसीसीआई को होने वाली कमाई बढ़ेगी तो जाहिर है कि मेरा हिस्सा भी बढ़ेगा ही।’
उन्होंने बताया कि बीसीसीआई पिछले साल जितना गेट कलेक्शन हिस्सा देने को तैयार है। सिंह ने कहा, ‘बीसीसीआई की कमाई बढ़ी है, मेरी गेट कलेक्शन की कमाई बरकरार है, इस साल मेरे पास ज्यादा प्रायोजक हैं और मेरी लागत पिछले साल के बराबर ही है। दक्षिण अफ्रीका जाना अच्छा ही है।’
बरसेगा धन, तो निकल जाएगी लागत
बीसीसीआई दे रही है टीम मालिकों का पूरा साथ
प्रसारण अधिकार से हर टीम मालिक को 90 करोड़ रुपये
प्रायोजकों की संख्या बढ़ने से होगी ज्यादा कमाई
विज्ञापन पर इस बार करेंगी सभी टीमें कम खर्च