इंडियन रेलवे फाइनैंस कॉरपोरेशन (आईआरएफसी) ने 10 साल के बॉन्डों से 7.15 प्रतिशत कूपन दर पर 2,840 करोड़ रुपये जुटाए हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी है। आईआरएफसी भारतीय रेलवे के लिए रकम जुटाने वाली इकाई है, जो घरेलू और विदेशी पूंजी बाजारों से धन जुटाती है।
आईआरएफसी ने बाजार से 3,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई थी। इसमें बेस इश्यू 500 करोड़ रुपये और ग्रीन शू ऑप्शन 2,500 करोड़ रुपये का था। घरेलू क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल, इक्रा और केयर ने इस बॉन्ड को एएए रेटिंग दी थी।
सूत्रों ने बताया कि इसके लिए कुल 5,640 करोड़ रुपये की बोली मिली, लेकिन आखिर में कंपनी ने केवल 2,840 करोड़ रुपये जुटाना तय किया। इस माह की शुरुआत में आईआरएफसी ने 10 साल के बॉन्डों से 7.09 प्रतिशत कूपन दर पर 2,345 करोड़ रुपये जुटाए थे। इसके बॉन्डों की मौजूदा कूपन दर 6 आधार अंक ज्यादा है, जिससे अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दर में कटौती के बाद 10 साल के भारत सरकार की प्रतिभूतियों की यील्ड की चाल का पता चलता है।
वहीं सूत्रों ने यह भी बताया कि टाटा कैपिटल हाउसिंग फाइनैंस ने 43 महीने के मैच्योरिटी वाले बॉन्डों के माध्यम से 7.685 प्रतिशत कूपन दर से 500 करोड़ रुपये जुटाए हैं। कंपनी ने 1,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था, जिसका बेस साइज 500 करोड़ रुपये और ग्रीन शू ऑप्शन 500 करोड़ रुपये था। लेकिन वह केवल बेस साइज के बराबर रकम जुटा सकी।
रॉकफोर्ट फिनकैप एलएलपी के संस्थापक और मैनेजिंग पार्टनर वेंकटकृष्णन श्रीनिवासन ने कहा कि आईआरएफसी ने 7.16 प्रतिशत यील्ड पर 2,850 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जिससे मौजूदा बाजार के माहौल और दरों में थोड़ी तेजी का पता चलता है। वहीं रिजर्व बैंक ने 10 साल की अवधि के राज्य विकास ऋण (एसडीएल) जारी किए, जिसका विभिन्न राज्यों का कटऑफ यील्ड 7.11 से 7.19 प्रतिशत के बीच था।