Infosys Q4FY24 result preview: भारत की दूसरी सबसे बड़ी IT सेक्टर की कंपनी इंफोसिस (Infosys) के रिजल्ट्स कल यानी 18 अप्रैल को जारी होने वाले हैं। इसके पहले ही एनालिस्ट्स ने कंपनी की परफॉर्मेंस को लेकर अनुमान लगाना शुरू कर दिया है। एनालिस्ट का मानना है कि आईटी प्रमुख Infosys को वित्तीय वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही (Q4FY24) के लिए पिछले साल की समान तिमाही (Q4FY23) के मुकाबले राजस्व (revenue) में कम और सिंगल डिजिट ग्रोथ देखने को मिल सकती है। एनालिस्ट ने कहा कि यह विवेकाधीन खर्चों (discretionary expense) और बड़ी डीलों में कम हिस्सेदारी की वजह से आएगा।
ब्रोकरेज का मानना है कि Infosys के रेवेन्यू में सालाना आधार पर (YoY) 38,945 करोड़ रुपये से 38,432 करोड़ रुपये के बीच 2-4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है।
IT प्रमुख Infosys को चौथी तिमाही में 6,102 करोड़ रुपये से 6,442 करोड़ रुपये के बीच नेट मुनाफा (net profit) दर्ज करने की उम्मीद है, जबकि Q4FY23 में यह 6,128 करोड़ रुपये था। ब्रोकरेज फर्मों को उम्मीद है कि Q4FY24 के लिए IT कंपनी इंफोसिस का नेट मुनाफा सालाना आधार पर 0.4 फीसदी से 5 फीसदी के बीच रहेगा।
एनालिस्ट ने कहा कि वेतन बढ़ोतरी (wage hikes ) का पूरा असर Infosys की Q4FY24 आय (earnings) पर पड़ता दिखेगा, हालांकि लागत में कटौती (cost cuts) से इसकी भरपाई हो सकती है। पिछले साल दिसंबर में, भारतीय आईटी कंपनी Infosys ने अपने कर्मचारियों के लिए वेतन बढ़ाने का ऐलान किया। जिसका उन्हें काफी समय से इंतजार भी था।
रिजल्ट आने के बाद निगरानी के लिए जरूरी बातें: FY25 की रेवेन्यू ग्रोथ और मार्जिन आउटलुक के साथ BFSI, रिटेल, हाई-टेक और टेलीकॉम जैसे प्रभावित क्षेत्रों में इंफोसिस की परफॉर्मेंस पर बाजार की नजर रहेगी। एनालिस्ट मांग पर व्यापक प्रतिकूलताओं के रिस्क और अमेरिका और यूरोप जैसे मुख्य बाजारों पर कंपनी की कमेंट को भी ध्यान में रखेंगे।
Nomura: ब्रोकरेज नोमुरा Nomura: ) को उम्मीद है कि विवेकाधीन खर्चों में लगातार कमजोरी और कंपनी के लिए कमजोर सीजन के कारण इंफोसिस Q4FY24 नतीजों में तिमाही आधार पर (QoQ) 1 प्रतिशत की कॉन्सटैंट करेंसी (CC) में गिरावट होगी।
नोमुरा का अनुमान है कि इन्फोसिस के लिए ब्याज और टैक्स से पहले आय (EBIT-एबिट) मार्जिन तिमाही आधार पर स्थिर रहेगा क्योंकि वेतन में बढ़ोतरी का एक महीने तक असर रहेगा। कंपनी को चौथी तिमाही में वीजा लागत (visa costs ) भी होगी, जिसकी भरपाई तीसरी तिमाही की एकमुश्त लागत के न होने से की जाएगी।
एनालिस्ट ने लिखा है कि पूरे वर्ष के आधार पर, वित्त वर्ष 2024 के लिए रिवाइज्ड रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस (revised revenue growth guidance) 20-22 फीसदी EBIT मार्जिन के साथ 1.5-2 फीसदी सालाना है।
आने वाले वित्तीय वर्ष के लिए, ब्रोकरेज को उम्मीद है कि IT कंपनी Infosys 20-22 फीसदी EBIT मार्जिन बैंड के साथ CC टर्म में 2-5 फीसदी सालाना रेवेन्यू ग्रोथ के लिए गाइड करेगी।
HSBC: इन्वेस्टमेंट बैंक का अनुमान है कि वेतन बढ़ोतरी का पूरा असर Infosys पर चौथी तिमाही में पड़ेगा, जबकि लागत में कटौती से इसकी भरपाई हो सकती है। उसे CC के टर्म में QoQ आधार पर राजस्व में 0.2 फीसदी की गिरावट की उम्मीद है। मार्जिन में 80 आधार अंक यानी 0.8 फीसदी QoQ का विस्तार होना चाहिए।
HSBC के एनालिस्ट्स के मुताबिक, Infosys का FY25 रेवेन्यू गाइडेंस 3-5 फीसदी के रेंज में रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि FY25 की पहली तिमाही (Q1FY25) में बड़े सौदे में बढ़ोतरी का आउटलुक पूरे साल के ग्रोथ ट्रेंड्स के लिए अहम होगा।
BNP Paribas: बीएनपी पारिबा के एनालिस्ट का अनुमान है कि स्लो रेवेन्यू ग्रोथ, वेतन वृद्धि के एक महीने के प्रभाव और वीजा लागत के कारण EBIT मार्जिन 25 आधार QoQ गिरावट के साथ 20.3 फीसदी हो जाएगा।
हालांकि, उन्हें उम्मीद है कि Infosys FY25 में 20-22 फीसदी के मार्जिन बैंड के साथ CC के टर्म में 3-5 फीसदी सालाना रेवेन्यू ग्रोथ गाइड करेगी।
Axis Securities: एक्सिस सिक्योरिटीड का अनुमान है कि कंपनी देरी से निर्णय लेने की वजह से राजस्व में 0.3 फीसदी QoQ तक की मामूली बढ़ोतरी दर्ज करेगा।
ऑनसाइट खर्च कम होने से मार्जिन थोड़ा बढ़ने की संभावना है। ब्रोकरेज के लिए प्रमुख निगरानी के लिए जरूरी बातों में बैंकिंग संकट के बाद BFSI वर्टिकल पर प्रभाव और अन्य वर्टिकल पर कमेंट शामिल हैं।
ShareKhan: ब्रोकरेज के अनुसार बड़े सौदों से कम योगदान के कारण इंफोसिस CC के टर्म में 0.5 फीसदी की राजस्व गिरावट दर्ज करेगी।
कंपनी को उम्मीद है कि वेतन बढ़ोतरी के कारण EBIT मार्जिन स्थिर रहेगा। शेयरखान ने 1,850 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ इंफोसिस के लिए ‘खरीदें’ (Buy) कॉल दिया है।