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भारत निकट भविष्य में भी सबसे बड़ा कोकिंग कोयला निर्यात गंतव्य बना रहेगा। भारतीय इस्पात संघ (आईएसए) ने यह उम्मीद जताते हुए कहा है कि कीमतों में बढ़ोतरी का सबसे ज्यादा असर घरेलू इस्पात उद्योग पर पड़ रहा है।
कोकिंग कोयला एक प्रमुख कच्चा माल है जिसका उपयोग इस्पात के निर्माण के लिए किया जाता है। आईएसए के अध्यक्ष दिलीप उम्मेन ने सोमवार को कहा कि भारतीय इस्पात उद्योग विभिन्न प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके कोकिंग कोयले के उपयोग के लिए स्थायी रास्ते तलाशने के तरीके और साधन ढूंढ रहा है। हालांकि, यह एक लंबी यात्रा है। वह दिल्ली में आईएसए कोकिंग कोयला सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
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उन्होंने कहा, “निकट भविष्य में भारत कोकिंग कोयला निर्यात का सबसे बड़ा गंतव्य बना रहेगा। घरेलू इस्पात उद्योग की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि और चीन के अपने संसाधनों पर अधिक निर्भर रहना इसके प्रमुख कारण हैं।”