प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
कंज्यूमर ड्यूरेबल्स उपकरण निर्माता इस उम्मीद से बेहद खुश हैं कि एयर कंडीशनर और 32 इंच से बड़े टेलीविजन पैनलों पर जीएसटी घटाकर 18 प्रतिशत (इस समय 28 प्रतिशत) किया जा सकता है। उनका मानना है कि इससे इस क्षेत्र में फिर से जान फूंकने में मदद मिल सकती है।
यदि दो सेगमेंट को 18 फीसदी जीएसटी स्लैब के एक ही दायरे में लाया गया तो इन सामान की कीमतें तुरंत 10 फीसदी तक तक घट जाएंगी और इससे खरीदार पुनः दुकानों की ओर आकर्षित होंगे। कंपनियों का कहना है कि भारत अभी भी ऐसा बाजा र है जो कीमत को देखता है। दूसरी ओर दोनों सेगमेंटों को लेकर जीएसटी की नई दर की घोषणा तक डीलरों और ग्राहकों द्वारा अपनी खरीदारी टालने की भी आशंका है जो कंपनियों पर भारी पड़ सकती है।
ब्लू स्टार के प्रबंध निदेशक बी त्यागराजन ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘अगर जीएसटी की दर 18 प्रतिशत की जाती है तो यह निश्चित ही अच्छा और स्वागत योग्य कदम है। हमें उम्मीद है कि राज्य सरकारें भी नई दरों पर सहमत होंगी। हालांकि, डीलरों के पास पहले से ही भारी मात्रा में माल जमा है, क्योंकि उस समय तापमान ज्यादा नहीं था और जीएसटी की नई दरों का डीलर भी इतंजार करेंगे। ग्राहकों के साथ भी यही स्थिति है क्योंकि वे भी कीमतों में कमी की उम्मीद खरीदारी टालेंगे।’ उन्होंने कहा कि अगर जीएसटी के कारण कीमतें कम होती हैं तो 5 स्टार रेटिंग वाले एयर कंडीशनर के लिए ज्यादा ग्राहक आ सकते हैं। डाइकिन इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक केजे जावा को उम्मीद है कि इस कदम से दायरा बढ़ेगा और अगर जीएसटी स्लैब कम किया गया तो ज्यादा ग्राहक एयर कंडीशनर खरीदेंगे। उन्होंने कहा, ‘उद्योग की यह लंबे समय से मांग रही है। एयर कंडीशनर आवश्यकता बन गए हैं और यदि यह सेगमेंट यदि 18 प्रतिशत से नीचे आता है तो कीमतें कम हो जाएंगी और कम बिजली खाने वाले एयर कंडीशनर की मांग बढ़ेगी।’
उन्होंने बताया कि फिलहाल इस श्रेणी की 7 प्रतिशत पैठ है जो कीमतें कम होने पर बढ़ सकती है। सुपर प्लास्ट्रोनिक्स (टेलीविजन पैनल निर्माता) के मुख्य कार्याधिकारी अवनीत सिंह मारवाह ने कहा कि उद्योग की धारणा में सुधार होगा, क्योंकि भारत मूल्य के प्रति जागरूक बाजार है।