भारतीय मूल की 155 कंपनियों का अमेरिका में 22 अरब डॉलर से ज्यादा का निवेश है और उन्होंने करीब 1.35 लाख नौकरियां सृजित की है। भारतीय उद्योग संघ (सीआईआई) के सर्वेक्षण से यह खुलासा हुआ है।
मंगलवार को भारतीय जड़ें, अमेरिकी जमीन 2020 शीर्षक से जारी सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 20 अलग-अलग राज्यों में भारतीय निवेश 10 करोड़ डॉलर के पार निकल गया है। साथ ही अगले पांच वर्षों में 77 फीसदी कंपनियों की योजना अमेरिका में निवेश बढ़ाने की है, वहीं 83 फीसदी फर्मों की योजना स्थानीय तौर पर और नियुक्तियां करने की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अमेरिका में मौजूद विदेशी कंपनियों को स्थानीय लोगों की ज्यादा नियुक्ति पर लगातार जोर दिया है, बजाय इसके कि सस्ती अर्थव्यवस्थाओं से नौकरियों की आउटसोर्सिंग हो।
भारतीय कंपनियों का सबसे ज्यादा एफडीआई टैक्सस में है, जो कुल निवेश का 43.1 फीसदी बैठता है यानी 9.5 अरब डॉलर। भारतीय फर्मों की तरफ से पांच अग्रणी निवेश गंतव्य वाले राज्य पूर्वी तट पर हैं। ये हैं न्यू जर्सी (2.4 अरब डॉलर), न्यू यॉर्क (1.8 अरब डॉलर), फ्लोरिडा (91.5 करोड़ डॉलर) और मैसाचुसेट्स (8.73 करोड़ डॉलर)। दूसरी ओर अमेरिका से संचयी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश मार्च 2020 तक 29.77 अरब डॉलर रहा। यह जानकारी सरकारी अनुमान से मिली।
सीआईआई के निदेशक चंद्रजित बनर्जी ने कहा, सर्वेक्षण के नतीजे को देखते हुए हमारा मानना है कि अमेरिका पर भारतीय एफडीआई का वास्तविक आर्थिक असर काफी ज्यादा है। यह महत्वपूर्ण है कि अमेरिकी सरकार भारतीय कंपनियों को आगे बढऩे, फलने फूलने के लिए अनुकूल नीतिगत माहौल मुहैया करा रही है। सर्वेक्षण में शामिल कंपनियों ने वहां कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व पर 17.5 करोड़ डॉलर खर्च किए और शोध व विकास पर 90 करोड़ डॉलर।