वैश्विक महामारी के दौरान वर्क फ्रॉम होम शुरू होने के बाद उच्च गति वाली इंटरनेट सेवा की मांग भी बढ़ी, ऐसे में एलएएन केबल्स और फाइबर ऑप्टिक्स फिनोलेक्स केबल्स ने भी मांग में बढ़ोतरी दर्ज की।
हालांकि उच्च कीमतों का फिनोलेक्स केबल्स के वॉल्यूम पर असर पड़ा, जो अब कोविड के पहले के स्तर से भी आगे निकल गया है।
फिनोलेक्स केबल्स के कार्यकारी चेयरमैन दीपक छाबडिय़ा ने कहा, पिछले साल हमने आखिरी तिमाही यानी चौथी तिमाही में वॉल्यूम में सुधार देखा और अब यह और बढ़कर कोविड के पूर्व वाले स्तर के पार निकल गया है। हमारा वॉल्यूम पिछले वर्षों से ज्यादा रहा है।
छाबडिय़ा ने यह भी कहा कि एलएएन केबल्स जैसे उत्पादों की मांग बढ़ी क्योंंकि लोगों ने महामारी के दौरान वर्कफ्रॉम होम का विकल्प चुना और इस वजह से तीव्र गति वाली इंटरनेट सेवाओं की मांग बढ़ी।
उन्होंने कहा, एलएएन केबल्स या कॉपर लाइन केबल्स की अच्छी मांग रही। हमने पिछले साल एलएएन केबल्स की क्षमता में 20 फीसदी का इजाफा किया और अभी हमारी क्षमता 1000 किलोमीटर प्रति महीना है। हमने इसके अलावा अपने पोर्टफोलियो का भी विस्तार किया।
विस्तार पर बातचीत करते हुए छाबडिय़ा ने कहा, कंपनी ने इलेक्ट्रिकल वायर की क्षमता 20 लाख कॉयल प्रति माह से बढ़ाकर करीब 24.5 लाख कॉयल प्रति माह कर दिया है।
फाइबर ऑप्टिक्स में कंपनी ने नई तकनीक लगाई है, जिसकी वजह से लाइन स्पीड में इजाफा हुआ। कंपनी ने बढ़त के लिए 5जी पर ध्यान केंद्रित किया और फाइबर ऑप्टिक्स में 5जी उत्पादों के साथ तैयार है। वित्त वर्ष 22 में कंपनी ने अपनी लाइंस के विस्तार पर 200 करोड़ रुपये खर्च किए जबकि आम तौर पर वह अपने लाइन के विस्तार पर करीब 100-150 करोड़ रुपये खर्च करती रही है।