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HDFC Bank Q2 Result: दूसरी तिमाही में ₹18,641 करोड़ का मुनाफा, NII में 4.8% का उछाल

इस तिमाही HDFC Bank की मुख्य आय, यानी नेट इंटरेस्ट इनकम (NII), जो ब्याज से कमाई और दिए गए ब्याज के बीच का फर्क है, में 4.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई

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ऋषभ राज   
Last Updated- October 18, 2025 | 4:03 PM IST

देश का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक HDFC Bank ने सितंबर 2025 को खत्म हुई तिमाही में अच्छा प्रदर्शन किया है। इस तिमाही बैंक का मुनाफा पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 10.8 फीसदी बढ़कर 18,641.3 करोड़ रुपये हो गया। ये आंकड़ा बाजार के अनुमानों से काफी बेहतर रहा। मार्केट एक्सपर्ट ने इस तिमाही 16,714 करोड़ रुपये का अंदाजा लगाया था। इस बढ़ोतरी की वजह रही अन्य आय में तेज उछाल और मुख्य कारोबार की मजबूती को माना जा रहा है।

बैंक के अधिकारियों का कहना है कि ये तिमाही नतीजे अर्थव्यवस्था में सुधार और ग्राहकों की बढ़ती मांग को दर्शाते हैं। पिछले साल इसी तिमाही में मुनाफा कम था, लेकिन इस बार अन्य स्रोतों से आई कमाई ने बड़ा सहारा दिया। मार्केट एक्सपर्ट्स ने इसे एक पॉजेटिव कदम बताया, क्योंकि बैंक ने चुनौतियों के बावजूद स्थिरता बनाए रखी।

बैंक के आय और खर्चों का हिसाब

HDFC Bank की मुख्य आय, यानी नेट इंटरेस्ट इनकम (NII), जो ब्याज से कमाई और दिए गए ब्याज के बीच का फर्क है, में 4.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। ये रकम 31,551.5 करोड़ रुपये पहुंच गई, जबकि पिछले साल ये 30,113.9 करोड़ रुपये थी। बाजार ने 3 फीसदी बढ़ोतरी की उम्मीद की थी, जो 31,105 करोड़ रुपये तक थी, लेकिन बैंक ने इससे बेहतर किया।

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अन्य आय में तो और भी जोरदार उछाल आया, जो 25 फीसदी बढ़कर 14,350 करोड़ रुपये हो गई। ये बढ़ोतरी बैंक के कुल कमाई को मजबूत करने में अहम रही। हालांकि, प्रोविजन्स और कंटिंजेंसीज में भी बढ़ोतरी देखी गई, जो 29.6 फीसदी ऊपर जाकर 3,500.5 करोड़ रुपये पहुंच गए। पिछले साल ये 2,700.5 करोड़ रुपये थे। ये रकम खराब कर्जों या संभावित नुकसान के लिए अलग रखी जाती है।

एसेट क्वालिटी की बात करें तो सालाना आधार पर सुधार हुआ। ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (GNPA) 34,289.5 करोड़ रुपये रहे, जो पिछले साल के 34,250.6 करोड़ रुपये के लगभग बराबर ही है। लेकिन GNPA रेशियो 1.36 फीसदी से घटकर 1.24 फीसदी हो गया, जो बैंक की मजबूत रिकवरी को दिखाता है।

सब्सिडियरी IPO से मिला फायदा

तिमाही के दौरान HDFC Bank को अपनी सब्सिडियरी HDB फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के IPO से एक बारगी बड़ा फायदा हुआ। 25 जून 2025 को HDB फाइनेंशियल ने IPO लॉन्च किया, जिसमें 2,500 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 10,000 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) था। OFS के तहत बैंक ने 13.51 करोड़ शेयर 740 रुपये प्रति शेयर की दर से बेचे। इससे 30 सितंबर 2025 को खत्म हुए छमाही में IPO से जुड़े खर्चों को घटाकर 9,128.4 करोड़ रुपये का प्री-टैक्स गेन हुआ। ये गेन बैंक के कुल मुनाफे को बढ़ाने में मददगार रहा।

बैंक का कहना है कि ये IPO सब्सिडियरी को मजबूत बनाने और बाजार में विस्तार के लिए उठाया गया कदम था। कुल मिलाकर, ये नतीजे दिखाते हैं कि HDFC Bank चुनौतीपूर्ण माहौल में भी आगे बढ़ रहा है, हालांकि प्रोविजन्स में बढ़ोतरी पर नजर रखनी होगी।

First Published : October 18, 2025 | 4:00 PM IST