आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL Technologies) ने बुधवार को कहा कि उसकी एक परियोजना एक अलग क्लाउड वातावरण (isolated cloud environment) में रैंसमवेयर (ransomware) हमले से प्रभावित हुई थी और इसका कारण समझने के लिए जांच चल रही थी। एक नियामक फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि वह आवश्यकतानुसार उपचारात्मक कार्रवाई करेगी।
कंपनी ने कहा, “आपको सूचित किया जाता है कि HCLTech को अपने एक प्रोजेक्ट के लिए एक अलग क्लाउड वातावरण में रैंसमवेयर हमले के बारे में पता चला है। इस घटना के कारण ओवरऑल HCLTech नेटवर्क पर कोई प्रभाव नहीं देखा गया है।”
कंपनी ने आगे कहा, “साइबर सिक्योरिटी और डेटा प्रोटेक्शन HCLTech के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। मूल कारण का आकलन करने और आवश्यकतानुसार उपचारात्मक कार्रवाई करने के लिए संबंधित हितधारकों के परामर्श से एक विस्तृत जांच चल रही है।”
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यह मामला HCLTech द्वारा भारतीय शेयर बाजारों पर 4 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण (MCap) को पार करने और 13वीं सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी बनने के कुछ दिनों बाद सामने आया है। अन्य आईटी कंपनियों में, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) का मार्केट कैप सबसे ज्यादा है। इसके बाद दूसरे नंबर पर इंफोसिस है।
वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में, HCLTech ने सालाना आधार पर 8 प्रतिशत की मामूली राजस्व वृद्धि दर्ज की थी और मजबूत मार्जिन बनाए रखा था। तिमाही के दौरान प्रमुख सौदों के कारण लाभप्रदता में सुधार की भी उम्मीद है। दूसरी तिमाही के दौरान, HCLTech ने 16 महत्वपूर्ण सौदे हासिल किए, जिनका अनुबंध मूल्य कुल 3.969 अरब डॉलर था। इनमें से 7 सर्विस सेक्टर में और 6 सॉफ्टवेयर सेक्टर में थे।
बुधवार को दोपहर 12: 30 बजे BSE पर HCLTech के शेयर 1.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,467.25 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।