काफी वास्तविक हो चुका है बाजार, जोखिम के प्रति पहले से अधिक जागरूकता

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 11:54 PM IST

बीएस बातचीत
पॉलिसीबाजार और पैसाबाजार की पैतृक कंपनी पीबी फिनटेक का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम 1 नवंबर को खुलेगा जिसका मूल्य बैंड 940 रुपये से 980 रुपये रखा गया है। कंपनी 44,000 करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर 5,700 करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर रही है। पीबी फिनटेक के चेयरमैन और मुख्य कार्याधिकारी याशीष दहिया और इसके पूर्णकालिक निदेशक तथा मुख्य वित्त अधिकारी आलोक बंसल ने सुब्रत पांडा से महामारी के दौरान कंपनी के कारोबार वृद्घि, भविष्य की योजनाओं, बीमा क्षेत्र में रुझान और लाभप्रदता के बारे में बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश:
महामारी के दौरान कारोबार किस प्रकार से आगे बढ़ा है?   
दहिया: यदि आप कोविड-19 महामारी पर नजर डालें तो इसने स्वास्थ्य बीमा की जरूरत को बढ़ा दिया है। हमें स्वास्थ्य बीमा के लिए बड़ी मांग और कारोबार नजर आया। इसने जीवन बीमा की जरूरत को भी बढ़ा दिया है। लेकिन इन्हें जारी करना मुश्किल था। मोटर बीमा चुनौतीपूर्ण था क्योंकि कई कंपनियां बीमा नहीं करती हैं या थर्ड पार्टी बीमा नहीं लेती हैं। ऋण के पक्ष पर आपूर्ति संकीर्ण हो गई थी। लेकिन झटकों को झेलने के लिए हमारे पास पर्याप्त खंड हैं।

शुरुआत में टर्म बीमा के लिए बड़ी मांग थी। लेकिन बाद में दर बढ़ाई गई और जोखिम अंकन के नियम कड़े हो गए। क्या मांग प्रभावित हुई?
दहिया: मांग स्थायी रहा है और वृद्घि ने वापसी की है। लोग समझते हैं कि कीमतें जहां थी उससे ऊपर चढ़ी हैं। कीमत एक वर्ष पहले जैसी नहीं है और शायद एक वर्ष बाद आज जैसी नहीं रहेगी। आप फिर भी उत्पाद खरीदने से बेहतर स्थिति में होंगे। हमने आपूर्ति के मोर्चे पर आई संकुचन को दूर कर लिया है और दोबारा से वृद्घि की ओर बढ़ रहे हैं। हमें अच्छी वृद्घि देखने की शुरुआत करनी चाहिए। मुझे लगता है कि बाजार और अधिक वास्तविक हुआ है। यदि पहले का फोकस बिक्रियों और विपणन पर था तो अब जोखिम को लेकर जागरूकता उच्च स्तर पर पहुंची है। जब कभी ऐसा होता है तो हमें लाभ होता है।
बंसल: सुरक्षा एक बड़ा अवसर है और बाजार में काफी गुंजाइश बाकी है। अगले 10 वर्ष में यह उद्योग के लिए एक बड़ा खंड बनने जा रहा है।

स्वास्थ्य एक अन्य खंड है जिसमें महामारी के कारण भारी वृद्घि नजर आई। क्या यह वृद्घि स्थायी है?
दहिया: मध्य वर्ग आखिर कितने समय तक बिना बीमा के अस्पताल में भर्ती होने का भार वहन कर सकता है? बीमा अब केवल विकल्प नहीं रह गया है। यह एक आवश्यकता होने के बावजूद मध्य वर्ग के 15-20 फीसदी लोगों के पास भी स्वास्थ्य बीमा नहीं है। जिन लोगों के पास स्वास्थ्य बीमा है भी उनमें से अधिकांश के पास 2-3 लाख रुपये का स्वास्थ्य कवर है। आवश्यकता अब और ज्यादा है। इस क्षेत्र में बदलाव हो रहा है।

पॉलिसीबाजार के कारोबारी मॉडल में क्या बदलाव आएगा, अब उसे ब्रोकिंग लाइसेंस मिल गया है?
दहिया: दलाल को भौतिक उपस्थिति की अनुमति दी गई है। वह दावों के प्रबंधन और दावों के परामर्श में शामिल हो सकता है। दलाल प्वाइंट ऑफ सेल्स प्रजेंस (पीओएसपी) कारोबार और कॉर्पोरेट कारोबार कर सकता है जो कि कोई एग्रीगेटर नहीं कर सकता। एग्रीगेटर के ऊपर दलाल को अधिक वरीयता है।

बीमा कंपनियां अब ऑनलाइन वितरण पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। इससे आपके कारोबारी मॉडल के सामने कितनी चुनौती आएगी?
दहिया: ज्यादा डिजिटल होने से यह एग्ग्रीगेटरों के लिे ज्यादा आसान होगा। ज्यादा ऑनलाइन उत्पाद से एग्रीगेटर मॉडल ज्यादा मजबूत होगा।

क्या आप कमीशन मॉडल के बारे में कुछ बता सकते हैं?
बंसल: हम ब्रोकर नियमन के मुताबिक भुगतान करते हैं। नियामक के समक्ष दाखिल हर उत्पाद में एक निश्चित राशि होती है, जिसे सेवाओं के लिए भुगतान किया जा सकता है और हम उसके मुताबिक भुगतान करते हैं। हमें ट्रांजैक् शन मूल्य का एक हिस्सा मिलता है।
दहिया: अगर साझेदार हमारे साथ बिक्री नहीं करते तो उन्हें गूगल को भुगतान करना होता है। तब उनके पास कॉल सेंटर का सेटअप होता है।

अप्रैल-जून तिमाही में आपका नुकसान बढ़ा है?
बंसल: हम पिछले 18 महीने से कोविड के दौर में रह रहे हैं। हमने मार्केटिंग का खर्च कम करने का फैसला किया। ग्राहक वापस आ रहे हैं, जिसे देखते हुए इस साल हम मार्केटिंग पर खर्च बढ़ा रहे हैं। मार्केटिंग और सर्विसिंग- राजस्व के प्रतिशत के रूप में नीचे आया है। हम उम्मीद करते हैं कि यह जारी रहेगा।

First Published : October 28, 2021 | 10:59 PM IST