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कर्ज में डूबी RINL को बचाने के लिए सरकार का बड़ा फैसला, 11,440 करोड़ रुपए के रिवाइवल पैकेज को मंजूरी; क्या है पूरा प्लान

स्टील मंत्रालय के तहत RINL विशाखापत्तनम स्टील प्लांट (VSP) का संचालन करता है, जो आंध्र प्रदेश में एकमात्र ऑफशोर स्टील प्लांट है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- January 18, 2025 | 11:10 AM IST

केंद्रीय कैबिनेट ने कर्ज में डूबे राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (RINL) को बचाने के लिए 11,440 करोड़ रुपये के पैकेज को मंजूरी दी है। शुक्रवार को एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी गई। इस बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने RINL के पुनरुद्धार के लिए 11,440 करोड़ रुपये के पैकेज को मंजूरी दी है।

इस पैकेज में 10,300 करोड़ रुपये RINL में इक्विटी पूंजी के रूप में डाले जाएंगे और 1,140 करोड़ रुपये के वर्किंग कैपिटल लोन को 7 प्रतिशत नॉन-क्यूमुलेटिव प्रेफरेंस शेयर कैपिटल के रूप में बदला जाएगा, जो 10 साल बाद रिडीम किया जाएगा, ताकि RINL को एक सक्रिय कंपनी बनाए रखा जा सके। सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने बयान में कहा कि इस पैकेज के साथ, RINL को पहले जो पुराने समस्याओं का सामना करना पड़ता था, वह हल हो जाएगा।

बयान में कहा गया कि RINL में 10,300 करोड़ रुपये का इक्विटी इन्फ्यूजन इससे संबंधित ऑपरेशनल समस्याओं को दूर करने में मदद करेगा, जो वर्किंग कैपिटल जुटाने और ब्लास्ट फर्नेस ऑपरेशन्स को सबसे प्रभावी तरीके से शुरू करने में मदद करेगा।

पैकेज के साथ उत्पादन बढ़ाने की कोशिश

पुनरुद्धार पैकेज से कंपनी को धीरे-धीरे अपनी पूरी उत्पादन क्षमता तक पहुंचने की कोशिश करेगी, जो भारतीय स्टील बाजार में स्थिरता लाने के लिए महत्वपूर्ण है और इसके साथ ही कर्मचारियों (नियमित और संविदा) और स्टील प्लांट के संचालन पर निर्भर लोगों के जीवन यापन को बचाएगा। पुनरुद्धार योजना के अनुसार, RINL जनवरी 2025 तक दो ब्लास्ट फर्नेस के साथ पूरी उत्पादन क्षमता शुरू कर देगा और अगस्त 2025 तक तीन ब्लास्ट फर्नेस के साथ उत्पादन शुरू कर देगा।

बता दें कि स्टील मंत्रालय के तहत RINL विशाखापत्तनम स्टील प्लांट (VSP) का संचालन करता है, जो आंध्र प्रदेश में एकमात्र ऑफशोर स्टील प्लांट है। इसका इंस्टॉल्ड क्षमता 7.3 मिलियन टन प्रति वर्ष (Mtpa) लिक्विड स्टील है। सरकार ने अपने बयान में भी जिक्र किया कि RINL की वित्तीय स्थिति बहुत गंभीर है।

RINL ने वर्किंग कैपिटल के लिए बैंकों से स्वीकृत उधारी सीमा पूरी कर ली है और अब बैंकों से और कर्ज लेने की स्थिति में नहीं है। RINL ने जून 2024 में कैपेक्स लोन की पुनर्भुगतान और ब्याज भुगतान में भी चूक की थी।

First Published : January 18, 2025 | 10:58 AM IST