गूगल ने गुरुवार को कहा कि उसने इस साल के शुरू से लेकर अब तक गूगल प्ले स्टोर से 2,000 से ज्यादा पर्सनल लोन ऐप हटाए हैं। इन लोन ऐप को उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा को पहुंच रहे खतरे की वजह से हटाया गया है।
गूगल एशिया-पैसीफिक के वरिष्ठ निदेशक एवं प्रमुख (ट्रस्ट ऐंड सेफ्टी) सैकत मित्रा ने कहा, ‘स्थानीय शोध और अपने हितधारकों की प्रतिक्रियाओं की मदद से, हमने भारत में पर्सनल लोन ऐप से संबंधित गूगल प्ले नीतियों को अपडेट किया है। ‘
मित्रा ने कहा कि कंपनी ने जांच में कानून प्रवर्तन एजेंसियों का सहयोग किया है और जोखिमों से निपटने की प्रक्रिया अभी चल रही है। हाल में आरबीआई द्वारा नया नियामकीय ढांचा लाए जाने के बाद अनियमित पर्सनल लोन ऐप के मुद्दे ने ध्यान आकार्षित किया है। केंद्रीय बैंक ने कर्ज लेने वालों को लुभावने ऑफर देकर उधारी देने, ठगने और फिर उन्हें ब्लैकमेल जैसी समस्याओं से बचाने के लिए बैनिंग ऑफ अनरेग्युलेटेड लेंडिंग ऐक्टीविटीज (बीयूएलए) के लिए कानून बनाए जाने का सुझाव दिया है। मित्रा ने कहा कि, जब कोई ऐप गूगल प्ले पर अपलोड होता है तो उसे कई स्कैन से गुजरना होता है जिसमें तकनीकी और कंटेंट दोनों तरह की जांच शामिल होती है।
उन्होंने कहा, ‘लेकिन लोन ऐप के मामले में, आपराधिक गतिविधियां वास्तविक दुनिया में ऐप से बाहर हो रही हैं।’कई कर्जदारों ने कर्ज की अदायगी को लेकर दबाव बनाने को लेकर पर्सनल लोन प्लेटफॉर्म के बारे में शिकायतें की हैं। पिछले महीने तेलंगाना सरकार ने कहा कि ठगी से संबंधित लोन ऐप से जुड़े आपराधिक मामले जहां 2021 में 61 थे, वहीं 2022 में इनकी संख्या 1,300 प्रतिशत तक बढ़कर 900 हो गई।
गूगल ने गुरुवार को नई दिल्ली में गूगल इवेंट के साथ अपने सेफर के दूसरे संस्करण की पेशकश की। इस अवसर पर मित्रा ने कहा कि गूगल ने प्ले स्टोर पर अपराधियों की पहचान करने के लिए अपनी आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस/मशीन लर्निंग क्षमताओं का इस्तेमाल किया है।