Go First Flights के ऋणदाताओं ने एयरलाइन के परिचालन (Operations) को फिर से शुरू करने के लिए 450 करोड़ रुपये (5.49 करोड़ डॉलर) की अंतरिम फंडिंग को मंजूरी दे दी है। बैंकिंग सेक्टर से जुड़े दो सूत्रों ने यह जानकारी दी।
गो फर्स्ट को 10 मई को दिवालियापन संरक्षण प्रदान किया गया था। मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नकदी संकट का सामना कर रही गो फर्स्ट ने हाल ही में ऑपरेशन शुरू करने के लिए लेंडर्स का दरवाजा खटखटाया था।
गो फर्स्ट ने एयरलाइन को फिर से शुरू करने के लिए ऋणदाताओं से 400 से 600 करोड़ रुपये की फंडिंग मांगी थी। एयरलाइन को परिचालन शुरू करने के लिए DGCA की भी मंजूरी चाहिए होगी।
गो फर्स्ट की जुलाई में परिचालन फिर से शुरू करने की योजना
Go First flights की योजना जुलाई में परिचालन फिर से शुरू करने और 22 विमानों के साथ 78 रोजाना उड़ानें संचालित करने की है। हालांकि, इसके लिए एयरलाइन को एविएशन सेक्टर के रेगुलेटर डीजीसीए से मंजूरी लेनी होगी। परिचालन को फिर से शुरू करने की योजना रेगुलेटर की मंजूरी समेत कई कारकों पर निर्भर करती है।
बता दें कि दिवालियापन फाइलिंग में गो फर्स्ट ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, आईडीबीआई बैंक और डॉयचे बैंक को लेनदारों की सूची में सूचीबद्ध किया है। इन सब से गो फर्स्ट एयरलाइन ने 6521 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लिया हुआ है।