बीएस बातचीत
जहां आर्थिक अनिश्चितता बनी हुई है, वहीं घरेलू इक्विटी बाजार मार्च के निचले स्तरों के बाद से दर्ज की गई तेजी को बरकरार रखे हुए हैं। यूटीआई म्युचुअल फंड में फंड प्रबंधक स्वाति कुलकर्णी ने जश कृपलानी के साथ बातचीत में कहा कि सरकारों द्वारा प्रोत्साहन राहत और वित्तीय नीतिगत कदमों से निवेशक कोविड-19 महामारी से आगे देख रहे हैं। पेश हैं उनसे हुई बातचीत के मुख्य अंश:
मौजूदा मूल्यांकन कैसा है?
पिछले कुछ वर्षों के दौरान आय और वास्तविक दर्ज आय के बीच अंतर को देखते हुए 12 महीने पहले के आधार पर मूल्यांकन को देखना बेहतर होगा। कीमत-आय मानक पर, प्रमुख इक्विटी सूचकांकों के लिए मूल्यांकन उचित मूल्य दायरे के ऊपरी किनारे (यानी पिछले 10 वर्ष के औसत से एक स्टैंडर्ड डेविएशन ऊपर) पर है। हालांकि यह जून तिमाही में आय पर दबाव से भी प्रभावित हुआ, जो राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की वजह से कई व्यवसायों के लिए सबसे ज्यादा खराब तिमाही साबित हो सकती है। अनिश्चितताएं बरकरार रहने और आय प्रभावित होने का अनुमान है, और ज्यादा मजबूत मूल्यांकन अनुमान प्राइस-टु-बुक अनुपात हो सकता है। निफ्टी50 के लिए पिछला पीबी मल्टीपल 2.5 गुना पर है, जो पिछले 10 वर्षीय औसत 2.7 गुना के मुकाबले कम है।
बाजार तेजी के कैसे मदद मिल रही है और क्या यह बरकरार रहेगी?
वैश्विक रूप से 7 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा राहत उपायों से तेजी को मदद मिल सकती है। निवेशक दुनियाभर में मौद्रिक और वित्तीय उपायों के जरिये समर्थन पर नजर लगाए हुए हैं और हम महामारी से आगे संभावनाएं देखने को इच्छुक हैं। बाजार में संभावित अनिश्चितता को देखते हुए अल्पावधि के बारे में बाजार को लेकर कोई भविष्यवाणी करना हमेशा कठिन होता है।
आप कौन से क्षेत्रों पर सकारात्मक हैं और किन क्षेत्रों से परहेज कर रहे हैं?
हम फार्मास्युटिकल, आईटी और दूरसंचार पर सकारात्मक हैं और मीडिया, तेल एवं गैस, वित्त, हॉस्पिटैलिटी तथा निर्माण क्षेत्रों पर नकारात्मक हैं। दीर्घावधि निवेशक के तौर पर हम चुनौतीपूर्ण समय से निपटने और ऊंचे प्रतिफल के साथ निवेश के लिए व्यवससायों का आकलन कर रहे हैं।
कॉरपोरेट आय का योगदान कैसा रहने की संभावना है?
वित्त वर्ष 2021 में आय में गिरावट संभावित है, क्योंकि व्यवसाय रुक रुक कर लॉकडाउन और अर्थव्यवस्था को आंशिक रूप से खोले जाने से ऐसी स्थिति में सामान्य हालात में धीरे धीरे लौट रहे हैं, जिसमें संक्रमण अभी भी फैल रहा है।
मौजूदा समय में मिड-कैप और स्मॉल-कैप कैसे दिख रहे हैं? क्या आप इनमें अवसर देख रहे हैं?
स्मॉल-कैप अपेक्षाकृत अस्थिर बने हुए हैं, जबकि मिड-कैप और लार्ज-कैप के बीच मूल्यांकन अंतर सामान्य हुआ है। सभी बाजार पूंजीकरण में, कुछ कंपनियों ने लगातार नकदी प्रवाह आकर्षित किया अै और पूंजी पर शानदार प्रतिफल दिया है। हम ऐसी कंपनियों के साथ साथ उन कंपनियों में भी अवसर देख रहे हैं जहां प्रतिफल अनुपात के प्रोफाइल में सुधार आ सके।
क्या आप मानते हैं कि एमएनसी फंड अपनी नकदी संपन्न बैलेंस शीट के साथ मौजूदा उतार चढ़ाव का लाभ उठाने की स्थिति में हैं?
कई एमएनसी अपने मुख्य परिचालन पर ध्यान कें द्रित करते हैं और गैर-जरूरी क्षेत्रों में पूंजी निवेश से परहेज करते हैं। अक्सर वे मजबूत ब्रांडिंग के जरिये गुणवत्तायुक्त पेशकशों के साथ अपनी उपस्थिति बढ़ाते हैं। वे मजबूत वित्त और कमजोर कंपनियों से बाजार भागीदारी हासिल कर अपनी बाजार पहुंच को मजबूत बनाने पर जोर देते हैं।
क्या एमएनसी क्षेत्र में मूल्यांकन आकर्षक है?
हम मजबूत प्रवेश बाधाओं के साथ बहुराष्ट्रीय कंपनियों में निवेश पसंद करते हैं। ऐसी कंपनियां मजबूत प्रतिस्पर्धी लाभ में सक्षम होती हैं जिससे अक्सर वृद्घि के लिए लंबी राह पर बढऩे में मदद मिलती है। एमएनसी अपेक्षाकृत महंगे मूल्यांकन पर कारोबार कर रही हैं, वहीं पूंजी पर उनके प्रतिफल (आरओई) और आरओसीई काफी महंगे हैं। एमएनसी के लिए अल्पावधि मूल्यांकन उनके ऐतिहासिक दायरे के ऊपरी किनारे पर हैं।