श्रेय इक्विपमेंट फाइनैंस को प्रस्तावित पूंजी निवेश के लिए अंतरराष्ट्रीय निवेशकों से अभिरुचि पत्र मिले हैं। कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
कंपनी ने कहा, श्रेय इक्विपमेंट फाइनैंस अपना पूंजी आधार मजबूत करने के लिए लगातार मौके तलाश रही है। वैश्विक संस्थागत निवेशकों की तरफ से मिला अभिरुचि पत्र अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का श्रेय के कारोबार पर भरोसे को प्रतिबिंबित करता है। कंपनी अपने लेनदारों के साथ जल्द से जल्द मामले का समाधान निकालने पर काम कर रही है। इक्विटी के जरिए पूंजी निवेश चरणों में होगा। मार्च में केयर रेटिंग्स ने श्रेय समूह के 29,240.30 करोड़ रुपये के कर्ज को डाउनग्रेड कर डिफॉल्ट कर दिया था, जिससे कर्ज जुटाना मुश्किल बन गया।
मंगलवार को आयोजित निदेशक मंडल की बैठक में श्रेय इक्विपमेंट फाइनैंस ने रणनीतिक समन्वय समिति गठित की, जिसमें स्वतंत्र निदेशक हैं। यह समिति रणनीतिक या प्राइवेट इक्विटी निवेशकों से पूंजी जुटाने के लिए गठित की गई है। रणनीतिक समन्वय समिति संभावित रणनीतिक व प्राइवेट इक्विटी निवेशकोंं से पूंजी जुटाने के लिए बातचीत करेगी।
अंतरराष्ट्रीय निवेशकों से मिले अभिरुचि पत्र पर समिति नजर डालेगी और अन्य संभावित निवेशकों से भी बातचीत करेगी, जो कंपनी के साथ पिछले एक साल से संपर्क में हैं और इसमें प्रबंधन की भी मदद ली जाएगी। कंपनी ने कहा, समिति को सलाहकारों व निवेश बैंकरों का भी सहयोग मिलेगा, जो सदस्यों के साथ लगातार काम कर रहे हैं।
इस समिति की अध्यक्षता स्वतंत्र निदेशक मलय मुखर्जी करेंगे और स्वतंत्र निदेशक समिति के अन्य सदस्य होंगे, जिनमें सुरेश कुमार जैन, तमाली सेन गुप्ता, उमा शंकर पालीवाल और श्यामलेंदु चटर्जी शामिल हैं।
फ्रैंकलिन के यूनिटधारकों को जल्द मिलेंगे 1,200 करोड़ रुपये
पिछले साल अप्रैल में बंद हो चुके फ्रैंकलिन इंडिया अल्ट्रा शॉर्ट बॉन्ड फंड के यूनिटधारकों को अगले हफ्ते दूसरी बार भुगतान मिलेगा। सूत्रों ने कहा कि एसबीआई फंड मैनेजमेंट इन यूनिटधारकों को 1,200 करोड़ रुपये वितरित करेगा। इससे पहले योजना की कुछ प्रतिभूतियां बेची गई हैं।
एसबीआई एमएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हमें कुछ दिन पहले फ्रैंकलिन टेम्पलटन से प्रतिभूतियां मिली हैं और हमने उसे बेचना शुरू कर दिया है। इस हफ्ते हमने 10 करोड़ रुपये के लाभ के साथ प्रतिभूतियां बेची। हमारा लक्ष्य जल्द से जल्द उसे बेचना और यूनिटधारकों को रकम वापस करने का है। इससे पहले एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट ने निवेशकों को 9,122 करोड़ रुपये वितरित किए थे। बीएस