जीएमआर समूह की कृषि-कारोबार कंपनी जीएमआर इंडस्ट्रीज लिमिटेड (जीआईएल) का 31 मार्च को समाप्त हुई चौथी तिमाही के दौरान शुध्द लाभ 14.41 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान कंपनी को 6.48 करोड़ रुपये की शुध्द हानि हुई थी।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान कंपनी की कुल बिक्री 10 प्रतिशत से बढ़कर 55.91 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में कंपनी की कुल बिक्री 50.82 करोड़ रुपये थी। समीक्षाधीन चौथी तिमाही के दौरान कंपनी का खर्च 22.25 प्रतिशत घट कर 40.03 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान 51.49 करोड़ रुपये था।
ईआईएल का शुध्द लाभ 33.3 प्रतिशत बढ़ा
सरकारी स्वामित्व वाली इंजीनियरिंग कंपनी इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल) का मार्च 2008 में समाप्त हुई तिमाही में शुध्द लाभ 33.3 प्रतिशत बढ़कर 56.68 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में कंपनी का शुध्द लाभ 42.52 करोड़ रुपये था। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान कंपनी की शुध्द बिक्री 242.82 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 162.70 करोड़ रुपये थी। इस अवधि में कंपनी ने 197.63 करोड़ रुपये भी खर्च किए।
भारत गीयर्स का शुध्द मुनाफा 15 प्रतिशत बढ़ा
देश की सबसे बड़ी ऑटोमोटिव गीयर्स बनाने वाली कंपनी भारत गीयर्स लिमिटेड का 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान शुध्द मुनाफा 15 प्रतिशत बढ़कर 10.08 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष में 8.79 करोड़ रुपये था। इस अवधि के लिए कंपनी की कुल बिक्री में 18 प्रतिशत का इजाफा हुआ और कुल बिक्री पिछले वित्त वर्ष में 231 करोड़ रुपये के मुकाबले बढ़कर 273 करोड़ रुपये हो गई।
पेज इंडस्ट्रीज के शुध्द मुनाफे में 40 प्रतिशत वृध्दि
जोकी इंटरनेशनल की विशेष लाइसेंसी वाली पेज इंडस्ट्रीज का वित्त वर्ष 2007-08 में शुध्द मुनाफा 40 फीसदी बढ़कर 23.81 करोड़ रुपये हो गया जो पूर्व वित्त वर्ष 2006-07 में 17.02 करोड़ रुपये था। कंपनी की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि समीक्षाधीन वर्ष में उसकी कुल बिक्री 42 फीसदी बढ़कर 192.34 करोड़ रुपये हो गई जो इससे पूर्व वित्त वर्ष में 135.93 करोड़ रुपये थी। वर्ष 2008 के दौरान कंपनी ने दो अंतरिम लाभांशों की घोषणा की है।
मैराथन नेक्स्टजेन का शुध्द लाभ 37.3 प्रतिशत बढ़ा
मैराथन नेक्स्टजेन रियलिटी लिमिटेड का 31 मार्च 2008 को समाप्त हुए वित्त वर्ष के दौरान शुध्द लाभ 37.3 प्रतिशत बढ़कर 62.2 करोड़ रुपये हो गया। समीक्षाधीन अवधि के दौरान कंपनी का कुल राजस्व पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 23 फीसदी बढ़कर 119.4 करोड़ रुपये हो गया। मार्च 2008 में समाप्त हुए वित्त वर्ष के लिए कंपनी की शुध्द बिक्री 13.4 प्रतिशत बढ़कर 103.6 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वर्ष 91.3 करोड़ रुपये थी। कंपनी के निदेशक मंडल ने साल के लिए 16 प्रतिशत लाभांश की घोषणा की है।