कंपनियां

भारतीय स्टार्टअप कंपनियों की फंडिंग पांच साल में सबसे कम

ट्रैक्शन की एक रिपोर्ट के अनुसार, कैलेंडर वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में भारतीय स्टार्टअप कंपनियों को मिलने वाली रकम घटकर 1.5 अरब डॉलर पर आ गई

Published by
आर्यमन गुप्ता   
Last Updated- October 02, 2023 | 10:59 PM IST

कैलेंडर वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में भारतीय स्टार्टअप कंपनियों की फंडिंग पांच साल में सबसे कम हो गई। पिछले साल की समान अवधि की तुलना में निवेश 54 फीसदी कम होकर 1.5 अरब डॉलर रह गया। क्रमिक आधार पर पिछले तिमाही की तुलना में फंडिंग 29 फीसदी कम हो गई। मार्केट इंटेलिजेंस फर्म ट्रैक्शन ने यह जानकारी दी।

ट्रैक्शन की सह संस्थापक नेहा सिंह ने कहा, ‘रकम जुटाने में चुनौतियों का सामना करने के बाद भी साल 2023 की तीसरी तिमाही में भारत रकम जुटाने वाले देशों में पांचवे स्थान पर है और साल के दौरान कुल रकम जुटाने के मामले में चौथे स्थान पर बरकरार है। यह भारत के तकनीकी स्टार्टअप के लचीलेपन और बदलती बाजार स्थितियों के अनुकूल ढलने की उनकी क्षमता को दर्शाता है।’

इस तिमाही में पांच फंडिंग राउंड में 10 करोड़ डॉलर का आंकड़ा पार किया। इसमें परफियोज, जेप्टो, ओला इलेक्ट्रक, एथर एनर्जी और जायबर 365 शामिल हैं।

ट्रैक्शन के सह-संस्थापक अभिषेक गोयल ने कहा, ‘फंडिंग में कमी के बावजूद भारत बेहतर प्रदर्शन करने वाले तकनीकी परिवेश में काबिज है। अच्छी बात यह है कि रिपोर्ट में हर महीने फंडिंग में वृद्धि दिखती है। यह अगस्त के 37.6 करोड़ डॉलर से बढ़कर सितंबर में 91 फीसदी बढ़कर 72 करोड़ डॉलर हो गया।’

First Published : October 2, 2023 | 10:59 PM IST