इन्फोसिस के सह-संस्थापक और आधार के शिल्पी नंदन नीलेकणी द्वारा सह-स्थापित वेंचर कैपिटल फर्म फंडामेंटम पार्टनरशिप का कहना है कि उसका प्रमुख ग्रोथ फंड 35 प्रतिशत की दर से आंतरिक रिटर्न दे रहा है। इस प्रदर्शन ने कंपनी को दोतरफा निवेश रणनीति अपनाने के लिए प्रेरित किया है। इसका लक्ष्य देश में कम सेवा वाले बड़े बाजार और उभरता आर्टिफिशल इंटेलिजेंस क्षेत्र है।
फर्म का फंड 2 साल 2022 में पेश किया गया था। यह देश में ग्रोथ स्टेज वाले ज्यादातर फंडों से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है क्योंकि देश का स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र परिपक्व हो रहा है। इस प्रदर्शन ने फंडामेंटम को सीरीज बी दौर और डीप-टेक्नॉलजीज उद्यमों के लिए समर्पित टीमों के बीच अपनी निवेश रणनीति विभाजित करने के लिए प्रेरित किया है। फंडामेंटम के सह-संस्थापक और जनरल पार्टनर नंदन
नीलेकणी ने कहा, ‘हम फंडामेंटम ब्रांड के तहत दो-आयामी रणनीति के साथ अगला कदम उठाने के लिए तैयार हैं।’ उन्होंने कहा, ‘भारतीय पारिस्थितिकी तंत्र महत्त्वपूर्ण मोड़ पर है। हम विकास के दौर वाली कंपनियों के तेजी से विस्तार और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी एआई तथा डीपटेक उद्यमों का विकास दोनों ही देख रहे हैं।’
फंडामेंटम फंड 2 से नए निवेश जारी रखेगा और मौजूदा पोर्टफोलियो का सक्रिय रूप से समर्थन भी करेगा क्योंकि कंपनियों विकास के अपने अगले चरण में आगे बढ़ रही हैं। । फंडामेंटम अपने ब्रांड के तहत दो-आयामी रणनीति के साथ अपने निवेश प्लेटफॉर्म का विस्तार कर रहा है और इन अवसरों में समर्पित विशेषज्ञता अपना रहा है।
स्केल-अप सेक्टर-एग्नोस्टिक इन्वेस्टिंग रणनीति की अगुआई सह-संस्थापक और जनरल पार्टनर संजीव अग्रवाल करेंगे। भारतीय वेंचर कैपिटल का परिदृश्य शुरुआती चरणों में भीड़भाड़ वाला है और बाद के चरणों में वैश्विक ग्रोथ फंडों का दबदबा है। अलबत्ता स्केल-अप सीरीज बी क्षेत्र को अब भी विशेषज्ञ निवेशकों की कम सेवा मिल रही है। एआई और डीपटेक रणनीति का नेतृत्व सह-संस्थापक और जनरल पार्टनर आशीष कुमार करेंगे।