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लाख करोड़ क्लब में घट गईं फर्में

बीते वित्त वर्ष की पहली छमाही में सूची में 106 कंपनियां हो गई थीं मगर अंत में घटकर 86 रह गईं

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समीर मुलगांवकर   
Last Updated- April 06, 2025 | 10:29 PM IST

बीते वित्त वर्ष 2024-25 में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक बाजार पूंजीकरण वाले क्लब में सिर्फ पांच कंपनियां ही जुड़ सकीं क्योंकि साल की दूसरी छमाही में बाजार में तेज बिकवाली ने शुरुआती बढ़त को लगभग खत्म कर दिया।

वित्त वर्ष 2025 के अंत में 86 घरेलू सूचीबद्ध फर्मों का बाजार मूल्य एक लाख करोड़ रुपये से अधिक था। एक साल पहले ऐसी 81 कंपनियां थीं। वित्त वर्ष 2025 के शुरुआती छह महीनों में तो यह संख्या बढ़कर 106 तक पहुंच गई थी। मगर सितंबर के अंत से मार्च की शुरुआत तक शेयरों की कीमतों में भारी गिरावट होने से सूची को छोटा कर दिया।

साल के दौरान करीब एक दर्जन कंपनियां एक लाख करोड़ रुपये बाजार पूंजीकरण वाले क्लब में शामिल हुईं। इनमें डिवीज लैबोरेटरीज, बजाज होल्डिंग्स ऐंड इन्वेस्टमेंट, ह्युंडै मोटर इंडिया (हाल ही में सूचीबद्ध हुई), श्रीराम फाइनैंस, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स शामिल हैं। इस बीच, आठ कंपनियां सूची से बाहर हो गईं। इनमें इंडसइंड बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, केनरा बैंक, डॉ. रेड्डी लैबोरेटरीज, अदाणी टोटाल गैस और जायडस लाइफसाइंसेज शामिल हैं।

बीता वित्त वर्ष शेयरों के लिहाज से सुस्त साबित हुआ। निफ्टी में 5.3 फीसदी और सेंसेक्स में 7.5 फीसदी की वृद्धि हुई। इन दोनों ने साल 2022-23 के बाद से सबसे कम सालाना वृद्धि हासिल की। निफ्टी मिडकैप 100 ने 7.5 फीसदी और निफ्टी स्मॉलकैप 100 ने क्रमशः 5.4 फीसदी का इजाफा दर्ज किया।

संकलनः समीर मुलगांवकर

First Published : April 6, 2025 | 10:29 PM IST