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भारत में तेजी से उपलब्ध होंगी आवश्यक दवाएं, क्लीनिकल ट्रायल से मिली छूट

स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि इससे कुछ दवाओं की भारत में तेजी से आने की राह खुलेगी, क्योंकि क्लीनिकल ट्रायल से छूट का मतलब यह हुआ कि इससे 3 से 4 साल समय बचेगा।

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संकेत कौल   
Last Updated- August 08, 2024 | 10:55 PM IST

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि बेहतर नियमन के दायरे में आने वाले बाजारों में पहले से चल रही कुछ दवाओं को स्थानीय क्लीनिकल परीक्षण से पहले ही छूट दे दी गई है, लेकिन विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) यह जांच करेगी कि क्या उन दवाओं का भारत में पहले से उपलब्ध दवाओं की तुलना में अधिक चिकित्सीय लाभ हैं।

सरकार का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब 7 अगस्त को उन दवाओं के स्थानीय क्लीनिकल परीक्षण से छूट दी गई है, जिन्हें अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान और यूपोरीय संघ (ईयू) में मंजूरी मिली हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि इससे कुछ दवाओं की भारत में तेजी से आने की राह खुलेगी, क्योंकि क्लीनिकल परीक्षण से छूट का मतलब यह हुआ कि इससे 3 से 4 साल समय बचेगा।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इस नियम से उन आवश्यक दवाओं की उपलब्धता बढ़ाने में मदद मिलेगी।

First Published : August 8, 2024 | 10:55 PM IST