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वित्त वर्ष 23 में Eruditus का राजस्व 75 प्रतिशत उछला

Eruditus का राजस्व 1,900 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,320 करोड़ रुपये हुआ

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पीरज़ादा अबरार   
Last Updated- January 22, 2024 | 10:53 PM IST

सॉफ्टबैंक के निवेश वाली एडटेक कंपनी Eruditus ने कहा है कि वित्त वर्ष 23 में उसका राजस्व 75 प्रतिशत बढ़कर 3,320 करोड़ रुपये हो गया है। फर्म ने कहा कि वित्त वर्ष 23 के जारी किए गए वित्तीय आंकड़ों के आधार पर अब वह अपग्रेड, अनएकेडमी, ग्रेट लर्निंग, फिजिक्स वाला और सिम्पलीलर्न जैसी कंपनियों से आगे भारत की सबसे बड़ी एडटेक कंपनी है।

कंपनी ने अपने नतीजों की तुलना बैजूस से नहीं की है, क्योंकि एडटेक क्षेत्र की इस दिग्गज कंपनी की वित्त वर्ष 23 की ऑडिट की गई वित्तीय जानकारी उपलब्ध नहीं है।

कंपनी ने कहा कि आईएफआरएस (इंटरनैशनल फाइनैंशियल रिपोर्टिंग स्टैंडर्ड) के अनुसार ऑडिट किया गया राजस्व वित्त वर्ष 22 के 1,900 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 23 में 3,320 रुपये हो गई है, जो पिछले साल की तुलना में 75 प्रतिश की वृद्धि है।

वित्त वर्ष 22 की तुलना में वित्त वर्ष 23 के दौरान कुल खर्च (वित्तीय लागत और करों को छोड़कर) 17 प्रतिशत तक कम हो गया है। राजस्व के प्रतिशत के रूप में विपणन व्यय 56 प्रतिशत से घटकर 29 प्रतिशत रह गया और यह कम होकर 956 करोड़ रुपये हो गया।

राजस्व के प्रतिशत के रूप में कर्मचारी व्यय 46 प्रतिशत से घटकर 27 प्रतिशत के साथ 889 करोड़ रुपये रह गया। राजस्व के प्रतिशत के रूप में अन्य परिचालन व्यय 13 प्रतिशत से घटकर नौ प्रतिशत के साथ 310 करोड़ रुपये रह गया।

कम खर्चों से Eruditus को अपना घाटा 1,049 करोड़ रुपये तक कम करने में मदद मिली। इससे कंपनी के मुनाफे में सुधार हुआ। 30 जून, 2022 में समाप्त हुए वर्ष में इसका समेकित शुद्ध घाटा इससे पिछले साल की तुलना में 46 प्रतिशत बढ़कर 38.68 करोड़ डॉलर हो गया था। इसने वित्त वर्ष 22 को समापन 24.5 करोड़ डॉलर के राजस्व के साथ किया था।

First Published : January 22, 2024 | 10:52 PM IST