देश के सबसे बड़े डिजिटल ऑटोमोटिव आफ्टरमार्केट प्लेटफॉर्म – माईटीवीएस ने प्लेटफॉर्म पर ऑर्डर देने के एक से दो घंटे के भीतर खुदरा विक्रेताओं और अन्य कारोबारी साझेदारों को यात्री और वाणिज्यिक वाहनों के कलपुर्जों और लुब्रिकेंट के वितरण के लिए क्विक कॉमर्स श्रेणी में प्रवेश करने का आज ऐलान किया।
कलपुर्जो के खुदरा विक्रेताओं के मौजूदा नेटवर्क के साथ आपूर्ति श्रृंखला की साझेदारी का विस्तार करने के उद्देश्य से प्लेटफॉर्म ने देश भर में 22,000 खुदरा विक्रेताओं और 30,000 गैरेजों के लिए परिचालन को सुव्यवस्थित किया है। यह प्लेटफॉर्म विनिर्माताओं, खुदरा विक्रेताओं और गैरेजों को जोड़ता है। माईटीवीएस ने वर्ष 2024 की पहली छमाही में 1,900 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया था। प्लेटफॉर्म का लक्ष्य दो साल में अपनी सेवा का दायरा बढ़ाकर 10 से 12 प्रतिशत करना है। इसकी योजना 30 से 35 प्रतिशत सालाना वृद्धि करने की है।
माईटीवीएस दक्षता और डिलिवरी के समय में सुधार करते हुए ऑटोमोटिव आफ्टरमार्केट की छितराई हुई प्रकृति से निपटना चाहती है, जो खुदरा विक्रेताओं और ग्राहकों दोनों के लिए बाधा बन रही है। इसके साथ ही इसका इरादा मानकीकृत प्रबंधन और केंद्रीकृत आपूर्ति श्रृंखला के जरिये नकली पुर्जों की समस्या से भी निपटने का भी है।
प्रायोगिक चरण में इस प्रारूप के तहत प्रति स्टोर तीन महीने के भीतर लाभ दर्ज किया गया है और इसने साझेदार खुदरा विक्रेताओं के लिए बेहतर रिटर्न का प्रदर्शन भी किया है। मिसाल के तौर पर एक खुदरा विक्रेता ने 3.2 करोड़ रुपये की स्टॉक की लागत को लगभग शून्य कर दिया और चार महीने के भीतर ही ढाई करोड़ रुपये का नकदी प्रवाह उपलब्ध हो गया।
1.2 करोड़ से अधिक पुर्जों के संग्रह के साथ माईटीवीएस मार्च 2025 तक तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र और गुजरात में माईटीवीएस हाइपरमार्ट के रूप में ब्रांडेड 50 डार्क स्टोर स्थापित करेगी। अगले तीन साल के दौरान कंपनी देश भर में 200 और स्टोर जोड़ेगी क्योंकि टीवीएस स्टॉक रखने की लागत कम करते हुए दो घंटे में डिलिवरी सुनिश्चित कर रही है।
तीन साल के भीतर अपने डार्क स्टोर नेटवर्क को 250 से अधिक स्थानों तक बढ़ाने की योजना के साथ यह प्लेटफॉर्म आपूर्ति श्रृंखला लागत में 30 प्रतिशत की कमी लाने, दक्षता में कमी से निपटने और छितराए हुए बाजार में नकली पुर्जों में कमी लाने वाला है।
खुदरा विक्रेता अब माईटीवीएस डिजिटल कैटलॉग तक पहुंच सकते हैं और यह सुनिश्चित करते हुए ऑर्डर पूरे कर सकते हैं कि सही पुर्जे सही समय पर सही जगह पहुंचें। कंपनी ने कहा है कि इस डिलिवरी मॉडल की वजह से लॉजिस्टिक्स लागत की वृद्धि न्यूनतम होगी क्योंकि अंतिम छोर तक की डिलिवरी का प्रबंधन इलेक्ट्रिक वाहन बेड़े द्वारा किया जाएगा।