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त्योहारी सीजन में 90 हजार करोड़ रुपये का कारोबार करेंगी ई-कॉमर्स कंपनियां

पिछले दस वर्षों के दौरान भारतीय ई-कॉमर्स कारोबार में जबरदस्त बदलाव आया है और इस दौरान ई-कॉमर्स उद्योग के सालाना जीएमवी में करीब 20 गुना वृद्धि हुई है।

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पीरज़ादा अबरार   
Last Updated- September 15, 2023 | 11:49 PM IST

इस बार के त्योहारी सीजन के दौरान ई-कॉमर्स रिटेलर कंपनियां 90 हजार करोड़ रुपये का कारोबार कर सकती हैं। रेडसियर स्ट्रैटेजी कंसल्टेंट्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले त्योहारी सीजन सेल का कारोबार पिछले साल की तुलना में 18 से 20 फीसदी अधिक होगा।

रेडसियर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘हमारा मानना है कि इस साल के त्योहारी सीजन में भारत के ई-कॉमर्स उद्योग का सकल मर्केंडाइज मूल्य (जीएमवी) करीब 90 हजार करोड़ रुपये रहेगा, जो पिछले त्योहारी सीजन के मुकाबले 18 से 20 फीसदी अधिक है। इसमें मुख्यतः 14 करोड़ उन खरीदारों की बदौलत तेजी आएगी जो इस त्योहारी सीजन के दौरान कम से कम एक बार ऑनलाइन खरीदारी जरूर करेंगे।‘

भारत में ऑनलाइन रिटेलर कंपनियों द्वारा त्योहारी सीजन वाली बिक्री के आयोजन का दसवां साल है। सबसे पहले 2014 में भारतीय ई-रिटेलर कंपनियों ने ऑनलाइन त्योहारी बिक्री की पेशकश की थी। पिछले दस वर्षों के दौरान भारतीय ई-कॉमर्स कारोबार में जबरदस्त बदलाव आया है और इस दौरान ई-कॉमर्स उद्योग के सालाना जीएमवी में करीब 20 गुना वृद्धि हुई है।

साल 2014 में उद्योग का सालाना जीएमवी 27,000 करोड़ रुपये रहा था। रेडसियर का कहना है कि इस साल यह आंकड़ा करीब 5.25 लाख करोड़ रुपये हो सकता है। इस दौरान सालाना लेनदेन करने वाले उपयोगकर्ताओं की संख्या में 15 गुना वृद्धि हुई है।

रेडसियर स्ट्रैटेजी कंसल्टेंट्स के पार्टनर मृगांक गुटगुटिया ने कहा, ‘पिछली कुछ तिमाहियों से हमें इलेक्ट्रॉनिक्स से इतर विभिन्न श्रेणियों का जीएमवी में अधिक योगदान देखने को मिला है। आमतौर पर त्योहारी सीजन के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की जमकर बिक्री होती रही है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से त्योहारी बिक्री की अवधि की तुलना करने पर अंदाजा मिलता है कि श्रेणियों में विविधता आई है।’

भारत में उपभोक्ता मांग के रुझान का आकलन ई-रिटेलर की बिक्री से ही होता है। इस साल 10वें त्योहारी सीजन की बिक्री के आयोजन की अवधि अधिक महत्त्वपूर्ण है क्योंकि पिछले कुछ समय से खपत में कमी दिख रही थी और बीते तीन वर्षों से देश की अर्थव्यवस्था पर बाहरी कारकों का प्रभाव पड़ा है।

एमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां अपने मेगा त्योहारी सेल की जोरशोर से तैयारी कर रही हैं। फ्लिपकार्ट अपने त्योहारी सेल ‘द बिग बिलियन डेज (टीबीबीडी)’ की पेशकश अक्टूबर में कर सकती है। एमेजॉन भी इसी दौरान अपने ‘ग्रेट इंडियन फेस्टिवल’ की पेशकश करने की तैयारी कर रही है। फ्लिपकार्ट ने कहा कि उसने अपने मंच पर 14 लाख विक्रेताओं को जोड़ा है जो एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है।

यह पिछले साल के मुकाबले विक्रेताओं की 27 फीसदी अधिक तादाद है। पिछली कुछ तिमाहियों के दौरान छोटे शहरों और कस्बों के मुकाबले महानगरों से बिक्री को रफ्तार मिलती दिख रही है। अन्य शहरों के 8 फीसदी के मुकाबले महानगरों में 10 फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि, रेडसियर का मानना है कि इस त्योहारी सीजन में छोटे-बड़े सभी शहरों में शानदार बिक्री देखने को मिलेगी।

वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट, एमेजॉन, मीशो, रिलायंस जियो मार्ट और टाटा समूह जैसी कंपनियां भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में आई तेजी को भुनाने के लिए एक-दूसरे से तगड़ी प्रतिस्पर्धा कर रही है।

First Published : September 15, 2023 | 11:49 PM IST