भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ऐपल के आईओएस स्टोर में डू नॉट डिस्टर्ब (डीएनडी) ऐप पेश करने के संबंध में बातचीत का गतिरोधक खत्म करने के लिए ऐपल के साथ काम करना जारी रखेगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। ऐपल ने गोपनीयता संबंधी चिंताओं को लेकर पिछले साल सितंबर में यह ऐप हटा दी थी।
हालांकि ट्राई के नियम यह कहते हैं कि डीएनडी ऐप तक पहुंच प्रतिबंधित करने वाले मोबाइल निर्माताओं को दंड का सामना करना पड़ेगा। अलबत्ता अब अधिकारियों का कहना है कि जब तक समस्या का समाधान नहीं हो जाता, तब तक नियामक ऐपल मोबाइलों का पंजीकरण रद्द नहीं करेगा, जैसा कि पहले सुझाव दिया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि इस समस्या को कुछ महीनों में सुलझाया जा सकता है।
ट्राई ‘नैशनल कस्टमर प्रिफ्रेंस रजिस्ट्री’ चलाता है, जिसे पहले नैशनल डू नॉट कॉल रजिस्ट्री कहा जाता था। उपयोगकर्ता अनचाहे वाणिज्यिक संपर्क (यूसीसी) से कानूनी रूप से निकलने के लिए इस रजिस्ट्री पर खुद को पंजीकृत कर सकते हैं। उपभोक्ता द्वारा डीएनडी ऐप का उपयोग यूसीसी प्राप्त करने के तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट करने के लिए किया जा सकता है।
इसने रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया जैसे दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया था कि आधिकारिक तौर पर शिकायत करने के 24 घंटे के भीतर ग्राहकों को यूसीसी मिलना बंद हो जाए।
इससे देश में लाखों ऐपल फोन पर अनिश्चितता के बादल मंडरा गए थे। कंपनी ने अब तक तर्क दिया है कि वह किसी भी ऐप डेवलपर को उपयोगकर्ताओं की कॉल और मेसेज लॉग तक पहुंच प्राप्त करने की अनुमति नहीं देती है।