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‘बिग फोर’ कंपनियों में टेक आर्किटेक्ट्स की मांग बढ़ी, भारत बना जीसीसी का प्रमुख केंद्र

वर्तमान में 1,600 से ज्यादा जीसीसी के साथ भारत विदेशी कंपनियों के लिए इन केंद्रों की स्थापना के मामले में शीर्ष गंतव्य बन गया है।

Last Updated- August 11, 2024 | 11:13 PM IST
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वै​श्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) की संख्या में तेजी के बीच ‘बिग फोर’ (पेशेवर सेवा नेटवर्क की चार प्रमुख कंपनियां) देश में टेक्नोलॉजी आर्किटेक्ट की नियुक्तियों में तेजी ला रही हैं, जो जीसीसी की सहायता करने वाले प्रौद्योगिकी बुनियादी ढांचे की रूपरेखा तैयार करते हैं और उनका प्रबंधन करते हैं।

वर्तमान में 1,600 से ज्यादा जीसीसी के साथ भारत विदेशी कंपनियों के लिए इन केंद्रों की स्थापना के मामले में शीर्ष गंतव्य बन गया है।

ईवाई के अनुसार तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और अपेक्षाकृत सस्ते मानव संसाधन की उपलब्धता की वजह से यह संख्या साल 2030 तक 2,400 तक पहुंचने की उम्मीद है।

डेलॉयट इंडिया की चीफ पीपल ऐंड एक्सपीरियंस अ​धिकारी दीप्ति सागर ने कहा, ‘वे (टेक आर्किटेक्ट्स) कारोबारी जरूरतों को तकनीकी खाके में तब्दील करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि समाधान कारोबारी लक्ष्यों के अनुरूप हों, जिसमें व्यापकता, सुरक्षा और दक्षता पर जोर दिया जाता है।’

ये आर्किटेक्ट भले ही सही मायने में तकनीकी विशेषज्ञ न हों, लेकिन कंपनियों की डिजिटल जरूरतों को वित्त और अनुसंधान एवं विकास जैसी अन्य जरूरतों के साथ जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाते हैं।

डेलॉयट इंडिया के पास 500 से ज्यादा ऐसे आर्किटेक्ट हैं और कंपनी का कहना है कि सलाह-मशविरा क्षेत्र के ग्राहकों में उनकी मांग बढ़ रही है। दी​प्ति ने कहा ‘हमारे ग्राहकों में आर्किटेक्ट की कुल मांग 20 से 25 प्रतिशत की दर से बढ़ने के कारण इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए डेलॉयट इंडिया के पास नियु​क्ति की दमदार योजना है।

देश में केपीएमजी के पार्टनर और प्रमुख (प्रौद्योगिकी रूपांतरण और दूरसंचार) पुरुषोत्तमन केजी ने कहा कि उन्होंने भी इन आर्किटेक्ट की नियु​क्तियां बढ़ा दी हैं। उन्होंने कहा कि नियु​क्ति की हमारी रणनीति क्षेत्र और प्लेटफॉर्म के आधार पर रही है।

उन्होंने कहा कि किसी टेक आर्किटेक्ट के पास ईआरपी प्लेटफॉर्म (एसएपी, ओरेकल, माइक्रोसॉफ्ट) और क्लाउड प्लेटफार्म (माइक्रोसॉफ्ट, गूगल) तथा सेल्सफोर्स और सर्विसनाउ जैसे लो कोड सास प्लेटफॉर्म में योग्यता होनी चाहिए।

First Published - August 11, 2024 | 11:13 PM IST

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