प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
भारत में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तुर्किये के ब्रांडों को अपने यहां खामोशी से घटा रहे हैं। उनके इस कदम को अपने राष्ट्रीय हितों और संप्रभुता के साथ तालमेल बिठाने के रूप में देखा जा रहा है। जानकारों का मानना है कि यह बदलाव भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के बाद तुर्किये और पाकिस्तान के बीच घनिष्ठ राजनयिक और सैन्य संबंधों की हालिया रिपोर्टों के बाद आया है।
एक ऑनलाइन फैशन रिटेलर के कार्यकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा, ‘सप्ताहांत में हमने अपने प्लेटफॉर्म पर तुर्किये ब्रांडों की दृश्यता को कम करने का फैसला किया। हम इस बारे में भी विचार कर रहे हैं कि उन्हें पूरी तरह हटा दिया जाए या नहीं।’ भारतीय प्लेटफॉर्म पर सक्रिय प्रमुख तुर्किये फैशन ब्रांडों में ट्रेंडियॉल, मावी, कोटन, एलसी वैकीकी, ऑक्सो, ग्रिमलेंज, पेंटी, आईपिक्यॉल और डोगो शामिल हैं।
ई-कॉमर्स विशेषज्ञों ने कहा कि सीमा पर तनाव के बीच पाकिस्तान के साथ तुर्किये और अजरबैजान के कथित जुड़ाव का हवाला देते हुए कई ऑनलाइन भारतीय ट्रैवल कंपनियों ने पहले ही इन दोनों देशों के साथ संबंधों को सीमित करने के लिए कदम उठाए हैं। इन कंपनियों ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट रुख अपनाते हुए कहा, ‘भारत के राष्ट्रीय हित और संप्रभुता के साथ एकजुटता दर्शाते हुए फ्लिपकार्ट ट्रैवल और क्लियर ट्रिप तुर्किये एवं अज़रबैजान के लिए सभी फ्लाइट, होटल और हॉलिडे पैकेज बुकिंग को निलंबित कर रहे हैं। हमारा रुख स्पष्ट है। हमारी निष्ठा अटूट है। हम भारत के साथ खड़े हैं। हमेशा…।’
बीते शनिवार को ऑनलाइन ट्रैवल पोर्टल इग्जिगो के ग्रुप सीईओ आलोक वाजपेयी ने तुर्किये, अज़रबैजान और चीन के लिए फ्लाइट तथा होटल बुकिंग पूरी तरह निलंबित करने का ऐलान किया।
ईजमाईट्रिप ने अपने ग्राहकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी करते हुए तुर्किये और अज़रबैजान की गैर-जरूरी यात्रा करने से बचने की सलाह दी थी।
उद्योगपति हर्ष गोयनका ने एक्स पर लिखा, ‘भारतीयों ने पिछले साल पर्यटन के माध्यम से तुर्किये और अज़रबैजान को 4,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी, नौकरियां पैदा कीं, उनकी अर्थव्यवस्था, होटलों, शादियों, उड़ानों को बढ़ावा दिया। आज दोनों पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ खड़े हैं। भारत और दुनिया में बहुत सी खूबसूरत जगहें हैं। कृपया इन 2 जगहों को छोड़ दें। जय हिंद।’