एचसीएल इन्फोसिस सिस्टम्स, एचपी, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स और जेनिथ समेत कई कंपनियां अब लैपटॉप और डेस्क टॉप्स के दाम बढ़ाने की योजना बना रही हैं।
इसके अलावा एलसीडी और प्लाज्मा टीवी बनाने वाली कंपनियों के साथ ही आईटी क्षेत्र की कंपनियां भी दाम बढ़ाने की योजना बना रही हैं। इस साल पहली बार में ही यह कंपनियां उत्पादों की कीमतों में लगभग 13 फीसदी का इजाफा करने जा रही हैं।
कपनियां यह कदम डॉलर के मुकाबले रुपये के मजबूत होने के कारण हो रहे नुकसान से बचने के लिए उठा रही हैं। दरअसल रुपये के मजबूत होने से कंपनियों की उत्पाद लागत भी बढ़ गई है। कंपनियों के इस कदम से बढ़ती महंगाई की मार झेल रहे ग्राहकों के लिए मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स पहले ही मॉनिटर और ऑप्टीकल स्टोरेज डिवाइस (ओएसडी) के दाम बढ़ाने की घोषण कर चुकी है। एलजी के मॉनीटर और ओएसडी कारोबार प्रमुख आर मणिकंदन ने बताया, ‘रुपये के मजबूत होने के कारण हमारे लिए कीमतें बढ़ाना जरूरी हो गया था। पिदले एक महीने में ही विनिमय दर में 7 फीसदी का इजाफा हुआ है जिस कारण उत्पाद निर्माण लागत भी बढ़ गई है।’ सैमसंग ने उत्पादों की कीमत बढ़ाने की घोषण तो नहीं की है लेकिन कंपनी ने कीमत बढ़ाने के संकेत दिए हैं।
दरअसल, कंपनियां कंप्यूटर और लैपटॉप के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले लगभग 90 फीसदी पुर्जो का आयात करती हैं। अगर एलसीडी मॉनीटरों की बात करे तो इन पर आयात शुल्क इनकी एमआरपी पर लगता है। अभी हाल ही में दुनिया भर में एलसीडी की कीमतों में 5 फीसदी का इजाफा हुआ है।
इस बढ़ोतरी के बाद कंप्यूटरों की कीमतों में लगभग 7-10 फीसदी का इजाफा होगा। हालांकि उपभोक्ताओं पर कीमत वृद्धि का जोर एक बार में न पड़े इसीलिए कंपनियां कीमतों को कई चरणों में बढ़ाना चाहती हैं। अभी कंपनियां कीमतों में 3 फीसदी का ही इजाफा कर रही हैं। एलजी के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी की एलसीडी और प्लाज्मा टीवी श्रेणी में भी कीमतें बढ़ाई जा सकती हैं। लेकिन कंपनी के हैंडहेल्ड्स की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की जाएगी।
एलजी के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम एलसीडी और प्लाज्मा श्रेणी के टेलीविजन की कीमत में 2-5 फीसदी का इजाफा कर सकते हैं। लेकिन कंपनी के मोबाइल फोन की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। एलजी के मॉनीटरों की कीमत में 6-8 फीसदी का इजाफा हो सकता है। कंपनी लैपटॉप की कीमत भी बढ़ाएगी।’ एलजी के लैपटॉप 24,000 रुपये से शुरू हैं।
बाकी कंपनियां भी यही कदम उठाने पर विचार कर रही हैं। एचपी इंडिया के निदेशक (कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, पर्सनल सिस्टम्स ग्रुप) राजीव ग्रोवर ने बताया, ‘हम लैपटॉप की कीमत में 13 फीसदी का इजाफा कर सकते हैं। हम कीमतों में यह बढोतरी एक साथ और जल्द ही करने वाले हैं। कंपनी यह बढ़ोतरी पूरी नोटबुक शृंखला के लिए कर रही है।’
एचसीएल इन्फोसिस्टम्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष (विपणन) जॉर्ज पॉल ने कहा, ‘हम आने वाले कुछ हफ्तों में अपनी सभी कंप्यूटर शृंखलाओं की कीमतों में बढ़ोतरी कर सकते हैं। हालांकि सभी कंपनियों के लिए कीमतों में बढ़ोतरी के कारण अलग-अलग हो सकते हैं। लेकिन डॉलर के मुकाबले रुपये का मजबूत होना मुख्य कारण है।’
जेनिथ की कार्यकारी निदेशक देविता सराफ भी इस बात से सहमत हैं कि कीमतों में बढ़ोतरी तो रुपये के मजबूत होने के कारण ही है। जेनिथ भी कीमत बढ़ाने की योजना बना रही है। हालांकि यह बढ़ोतरी कितनी होगी देविता ने इस बारे में कुछ भी नहीं बताया।
एमएआईटी की कार्यकारी निदेशक विनी मेहता ने बताया, ‘अभी कुछ कंपनियां आईटी उत्पादों की कीमतें बढ़ा सकती हैं। लेकिन ये बढ़ोतरी कुछ समय में ही नगण्य हो जाएगी।’ विश्लेषकों के मुताबिक 5-10 फीसदी की बढ़ोतरी से आईटी उत्पादों की खपत पर असर पड़ेगा। लैपटॉप और डेस्कटॉप की बिक्री पर इसका असर जरूर पड़ेगा।