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Cisco ने चेन्नई में खोला अपना पहला मैन्युफैक्चरिंग प्लांट, इतने हजार लोगों को मिलेगी नौकरियां

कंपनी ने साइट पर उन्नत राउटिंग और स्विचिंग उत्पादों का उत्पादन करने की योजना बनाई है ताकि बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके।

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निशा आनंद   
Last Updated- September 27, 2024 | 8:05 PM IST

भारत में अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए, सिस्को (Cisco) ने चेन्नई में अपने पहले मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की शुरुआत की। टेक्नोलॉजी सेक्टर की प्रमुख मल्टीनैशनल अमेरिकी कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इस कदम के साथ, सिस्को का लक्ष्य सालाना 1.3 अरब डॉलर से ज्यादा का उत्पादन करना है, जिससे निर्यात और घरेलू उत्पादन दोनों में वृद्धि होगी।

इस परियोजना से तमिलनाडु में 1,200 नौकरियों का सृजन होने की उम्मीद है। सिस्को ने इस प्लांट को स्थापित करने के लिए फ्लेक्स के साथ साझेदारी की है। इस यूनिट में शुरू में सिस्को के नेटवर्क कन्वर्जेंस सिस्टम (NCS) 540 सीरीज राउटर्स पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। कंपनी ने साइट पर उन्नत राउटिंग और स्विचिंग उत्पादों का उत्पादन करने की योजना बनाई है ताकि बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके।

सिस्को ने कहा, “यह अत्याधुनिक प्लांट भारत और दुनिया भर में संगठनों की तेजी से बढ़ती प्रौद्योगिकी जरूरतों को पूरा करने के लिए सिस्को के बेहतरीन राउटिंग और स्विचिंग उत्पादों की एक सीरीज का उत्पादन करेगी।”

इस मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का उद्घाटन केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, सिस्को के सीईओ चक रॉबिन्स और सिस्को इंडिया की अध्यक्ष डेज़ी चित्तिलापिल्ली द्वारा किया गया।

कंपनी ने एक बयान में कहा, “सिस्को ने फ्लेक्स के साथ मिलकर चेन्नई प्लांट का सफलतापूर्वक निर्माण किया है और एडवांस टेलीकॉम तकनीक लाई है जो भारत और वैश्विक स्तर पर नागरिकों को जोड़ने में मदद कर सकती है। यह सिस्को और फ्लेक्स की 25 साल की लंबी साझेदारी में अगला मील का पत्थर है, जो वैश्विक स्तर पर तेजी, लचीलापन और टिकाऊ प्रथाओं के साथ मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने का काम कर रही है।”

आगे बढ़ते हुए, कंपनी गंभीर पर्यावरणीय परिस्थितियों का सामना करने के लिए एडवांस प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (PCB) असेंबली और औद्योगिक-ग्रेड उत्पादों पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बना रही है। इसके अतिरिक्त, यह एडवांस नेटवर्किंग उपकरणों की मांगों को पूरा करने के लिए हजारों व्यक्तिगत घटकों की आवश्यकता वाले जटिल उत्पादों का उत्पादन करेगा।

ध्यान देने वाली बात यह है कि अन्य कंपनियों की तरह, सिस्को भी वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण घटती मांग से जूझ रही है, जिसके चलते कंपनी ने खर्च कम करने के लिए छंटनी जैसे कदम उठाए हैं। टेकक्रंच की एक रिपोर्ट के अनुसार, सिस्को ने हाल ही में 5,000 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है, जो इस साल की दूसरी छंटनी है।

First Published : September 27, 2024 | 8:04 PM IST