आरपीजी समूह की कंपनी सिएट ने कैम्सो ब्रांड की ऑफ हाइवे निर्माण उपकरण बायस टायर और ट्रैक के कारोबार का अधिग्रहण करने के लिए मिशेलिन के साथ एक करार किया है। कुल 22.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर (1900 करोड़ रुपये) के इस सौदे में श्रीलंका में दो विनिर्माण इकाइयां और कैम्सो ब्रांड के वैश्विक अधिकार शामिल हैं। कैम्सो के अधिग्रहण वाले कारोबार ने कैलेंडर वर्ष 2023 में 21.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर का राजस्व कमाया था। सौदे की प्रक्रिया अगले 6 से 9 महीनों में पूरी हो जाएगी।
अधिग्रहण की घोषणा बाजार बंद होने के बाद की गई है। बीएसई पर शुक्रवार को सिएट के शेयरों में 5.5 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया। सिएट ने एक बयान में कहा कि कैम्सो निर्माण उपकरण टायर और ट्रैक्स के क्षेत्र का प्रीमियम ब्रांड है। यूरोपियन यूनियन (ईयू) और उत्तरी अमेरिका के शेयर बाजारों में इसकी मजबूत स्थिति है। तीन वर्षीय लाइसेंसिंग अवधि के बाद कैम्सो ब्रांड को पूरी तरह सिएट के हवाले कर दिया जाएगा।
कैम्सो के अधिग्रहण से ऑफ हाइवे टायर्स और ट्रैक्स क्षेत्र में सिएट का प्रोडक्ट पोर्टफोलियो काफी मजबूत होगा, जिसमें कृषि टायर और ट्रैक्स, हार्वेस्टर टायर्स और ट्रैक्स, पॉवर स्पोर्ट्स ट्रैक्स और मैटेरियल हैंडलिंग टायर्स शामिल हैं। इस तरह मिशेलिन कॉम्पैक्ट लाइन बायस टायर्स और निर्माण ट्रैक्स संबंधी गतिविधियों से बाहर हो जाएगी।
सिएट के लिए यह सौदा इसलिए बहुत महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि अपने भौगोलिक विस्तार का प्रयास कर रही कंपनी 2025 में अमेरिकी बाजार में प्रवेश का लक्ष्य लेकर चल रही है। वर्ष 2023-24 की वार्षिक रिपोर्ट में आरपीजी एंटरप्राइजेज के उपाध्यक्ष अनंत गोयनका ने कहा था कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 के दौरान 12 नए भौगोलिक क्षेत्रों में प्रवेश किया है और यह अगले साल दुनिया के सबसे बड़े टायर बाजार अमेरिका में प्रवेश करने की योजना बना रही है।