बैजूज के संस्थापक व सीईओ बैजू रविंद्रन कंपनी के 80 करोड़ डॉलर (करीब 6,000 करोड़ रुपये) की फंडिंग के दौर में 50 फीसदी योगदान के लिए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय व देसी बैंकों से कर्ज जुटाने के लिए बातचीत कर रहे हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह कदम फर्म में संस्थापक का आत्मविश्वास प्रदर्शित करने की खातिर कंपनी की रणनीति का हिस्सा है क्योंंकि इस दौर की अगुआई वे खुद कर रहे हैं और इससे वैसे समय में निवेशकोंं की दिलचस्पी बढ़ाने में मदद मिलेगी जब वैश्विक स्तर पर मूल्यांकन पर दबाव है।
सुमेरू वेंचर्स, विट्रूवियन पार्टनर्स और ब्लैकरॉक ने भी 80 करोड़ डॉलर जुटाने के इस दौर में भागीदारी की और बेंगलूरु की कंपनी का मूल्यांकन पहले के 18 अरब डॉलर से 22 अरब डॉलर पर पहुंचा दिया। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा, रवींद्रन विभिन्न अंतरराष्ट्रीय व देसी बैंकों से शेयरों के बदले 40 करोड़ रुपये के कर्ज के लिए बातचीत कर रहे हैं। इससे ऐसे समय में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ाने में मदद मिलेगी जब मूल्यांकन पर दबाव है। यह आत्मविश्वास बढ़ाने वाला कदम है ताकि दिखाया जा सके कि संस्थापक इस दौर की अगुआई कर रहे हैं और मौजूदा निवेशकों को यह संदेश भी जाए कि मूल्यांकन पर चिंतित होने की जरूरत नहींं है।
40 करोड़ डॉलर की प्रतिबद्धता के बाद रवींद्रन की हिस्सेदारी इस फर्म में 22 फीसदी से 25 फीसदी हो गई है। इसे कंपनी ने व्यक्तिगत निवेश का नाम दिया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
एक अन्य सूत्र ने कहा, उन्हें शायद यह कर्ज अनुकूल ब्याज दर पर मिल रहा है। शेयर गिरवी रखने के अलावा वह पर्सनल गारंटी व कोलेटरल बैंकों को दे सकते हैं ताकि कर्ज जुटाया जा सके।